जालंधर 17 फरवरी (ब्यूरो) : बीते दिनों अमेरिका के President Donald Trump ने अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वहां से डिपोर्ट कर वापस भारत भेजा है। अमेरिका ने अभी तक तीन विमान में भारतीयों को वापस भेजा है। वहीं भारी संख्या में अमेरिका से डिपोर्ट हो रहे भारतीय यात्रियों को लेकर मामला गरमा गया है। हालांकि डीजीपी गौरव यादव द्वारा ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्ती से एक्शन लेने को लेकर एक SIT गठित कर दी गई है। वहीं दूसरी ओर जालंधर में डिपोर्ट होकर आए यात्रियों में से अब तक किसी भी परिवार ने ट्रैवल एजेंट का नाम नहीं लिया है, जबकि पंजाब के अलग जिलों में डंकी लगाकर अमेरिका भेजे गए ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ प्रशासन द्वारा सख्ती से एक्शन लिया गया है।
महानगर में भारी संख्या में खुले ट्रैवल एजेंटों के दफ्तरों को लेकर ADC ने जानकारी देते हुए कहा कि जालंधर में 1500 ट्रैवल एजेंटों के पास लाइसेंस है। उन्होंने कहा कि कुछ ट्रैवल एजेंटों के लाइसेंस रद्द भी किए गए। प्रशासन द्वारा लगातार ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। ADC ने कहा कि AMERICA से डिपोर्ट होकर लौट रहे जालंधर के यात्रियों में से अभी तक उनके पास किसी भी ट्रैवल एजेंट के खिलाफ शिकायत नहीं आई है, अगर उनके पास शिकायत आती है तो उक्त ट्रैवल एजेंट के खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि रोजाना लाइसेंस जारी होते रहते है, जिनमें कुछ रद्द भी किए जा रहे है। एडीसी ने कहा कि सरकार द्वारा बनाई गई टीम के तहत पुलिस के सहयोग से ट्रैवल एजेंटों के दफ्तरों की जांच की जा रही है, वहीं डंकी रूट के जरिए भेजने के मामले में ADC ने कहा कि लाइसेंस धारी ट्रैवल एजेंटों को लेकर हिदायतें जारी की गई है, जिसके लिए प्रशासन द्वारा उनकी website पर लाइसेंसधारी ट्रैवल agents के नाम और लिस्ट जारी की गई है। इस दौरान लोगों से भी अपील की गई कि वह सोशल मीडिया पर विज्ञापन देखने से पहले सरकारी website पर लाइसेंसधारी ट्रैवल एजेंट की जानकारी लें और उसके बाद ही वह विचार विमर्श करें।
