जालंधर 31 जनवरी (ब्यूरो) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नज़दीक लमांपिंड चौंक जालंधर में सप्ताहिक दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मदिंर परिसर में किया गया।
सर्व प्रथम मुख्य यजमान विशाल हंस से विधिवत वैदिक रिती अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन ,नवग्रह पूजन उपरांत सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई ।
मां बगलामुखी के साधक नवजीत भारद्वाज जी ने सिद्ध मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में हुए मासिक दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित मां भक्तों को प्रवचनों का रसपान करवाते हुए कहा कि अध्यात्म के बिना मानव जीवन अधूरा हैं। अध्यात्म एक जीवन निर्माण का मूल सूत्र है, दिशा है और भवसागर पार करने का एक आसान रास्ता है। मानव मात्र के लिए अध्यात्म महत्वपूर्ण हैं क्योंकि जीवन की शुरुआत संस्कारों से होती हैं और संस्कार हमें अध्यात्म से मिलते हैं। हमारे पूर्वजों ने जैसा हमें संस्कार व शिक्षा दी वैसा हम जीने का प्रयास करते हैं। अपने जीवन में कर्म करके शांति से जीवन यापन करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि परमात्मा व उनकी मूर्ति में श्रद्धा, ईश्वरीय शक्ति में विश्वास, सम्मान, बड़े व गुरुजनों के प्रति सम्मान आदि यह सब संस्कार अध्यात्म से बचपन में ही प्राप्त हो जाते हैं। मनुष्य का जन्म होता हैं, बड़ा, जवान, वृद्ध हो जाता हैं। इस जीवन रूपी यात्रा में वह अध्यात्म से बहुत कुछ सीखता हैं और अनुभव भी करता हैं। अध्यात्म से व्यक्ति को भीतर से आत्मविश्वास व मानसिकत बल मिलता हैं, व्यक्ति चाहे कैसा भी जीवन जी रहा हो, मन अशांत, व्याकुल या अस्थिर हो, ऐसे में यदि उसे अध्यात्म का सहारा मिल जाये तो जीवन की यात्रा और सुगम व सरल हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति के जीवन में अध्यात्म हो उसे भीतर से सकारात्मक ऊर्जा का बल प्राप्त होता है।
श्भारद्वाज ने कहा कि अध्यात्म में वो शक्ति हैं जो हारे हुए जीवन को जीतमें बदल देता है। अध्यात्म के बहुत सारे अंग हैं योग, प्राणायाम, ध्यान, आदि के माध्यम से व्यक्ति अपने आप को भीतर से मज़बूत बना सकता है। जो व्यक्ति अपने जीवन में अध्यात्म को अपना लेता हैं, वो जीवन में कभी संसार की कैसी भी स्थिति – परिस्थिति में कभी हार नहीं सकता और वह अपने आपको कमजोर नहीं बल्कि मजबूत महसूस करता है।
इस अवसर पर राकेश प्रभाकर,विशु सभरवाल, जंग बहादुर शर्मा,अमरेंद्र कुमार शर्मा, उदय ,अजीत कुमार , नरेंद्र,रोहित भाटिया,बावा खन्ना, विनोद खन्ना, नवीन , प्रदीप, सुधीर, सुमीत ,जोगिंदर सिंह,अरुण कुमार,विक्की ,गुप्ता,सुक्खा अमनदीप , अवतार सैनी, परमजीत,गौरी केतन शर्मा,सौरभ , नरेश,अजय शर्मा,दीपक , सौरभ मल्होत्रा,किशोर,प्रदीप,उदित गोयल, राकी उनयाल,ओंकार,प्रवीण,राजू,गुलशन शर्मा,संजीव शर्मा,मुकेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा,वरुण, नितिश, भोला शर्मा,दीलीप, लवली, लक्की, रोहित , मोहित , विशाल , अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला, भोला शर्मा, जगदीश डोगरा,नवीन कुमार, मनीष धीर,वरुण,निर्मल,अनिल,सागर,भूपेश मैनी,चिराग, अश्विनी शर्मा,अमृत,सचीन, तरुण, रमन,देवांश,तेजपाल,शैली बाबी, विशाल,बलविंदर,दीपक, प्रिंस कुमार, पप्पू ठाकुर, बलदेव सिंह भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।
