इनोसेंट हार्ट्स ने दिशा के तत्वावधान में “टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन” पर शिक्षा सम्मेलन का किया आयोजन

जालंधर 24 मई ( ब्यूरो) : बौरी मेमोरियल एजुकेशनल एंड मेडिकल ट्रस्ट द्वारा संचालित और प्रबंधित दिशा- एन इनीशिएटिव के तत्वावधान में इनोसेंट हार्ट्स ने इनोसेंट हार्ट्स ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस के लोहारां कैंपस में “ टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन” पर एक भव्य एजुकेशन कान्क्लेव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में क्षेत्रभर से शिक्षाविद,विचारक व प्रोफेशनल्स एकत्रित हुए तथा उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और उभरती तकनीकों के एकीकरण पर विचार-विमर्श किया।

इनोसेंट हार्ट्स ग्रुप की सीएसआर डायरेक्टर डॉ. पलक गुप्ता बौरी ने गर्म जोशी से स्वागत किया और इनोसेंट हार्ट्स की संस्थापक स्वर्गीय कमलेश बौरी के विजन को साझा किया। उन्होंने 1984 से लेकर अब तक की प्रेरणादायक यात्रा को प्रस्तुत किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि संस्था की स्थापना नैतिक मूल्यों और समग्र विकास पर आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की विजन के साथ की गई थी।

कार्यक्रम के मुख्यातिथि राजेश कुमार गुप्ता (रीजनल ऑफ़िसर चंडीगढ़) ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। मुख्यातिथि तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्वलन की परंपरागत रस्म अदा की गई। तत्पश्चात ‘टेक ऑफ़ युगास’ थीम पर आधारित एक जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें युगों के दौरान टेक्नोलॉजी के विकास को रचनात्मक रूप से प्रदर्शित किया गया। मुख्यातिथि ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए आग्रह किया कि वे डिजिटल दुनिया के गुलाम न बनें, बल्कि इसका नैतिक रूप से उपयोग करके शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाएँ।

मुख्य भाषण के बाद कई प्रभावशाली सत्रों की श्रृंखला आयोजित की गई, जिसका नेतृत्व प्रमुख विशेषज्ञों ने किया:
तकनीकी सत्र :
डॉ. दीपा डोगरा (डायरेक्टर प्रिंसिपल कैंब्रिज स्कूल, जालंधर) ने नवाचार और रचनात्मकता के लिए एआई पर चर्चा की। उन्होंने विभिन्न डिजिटल कनेक्शन (एआई,जेनरेटिव एआई और लार्ज लैंग्वेज मॉडल) का उल्लेख किया।
डॉ. हरमीत कौर वड़ैच (प्रिंसिपल, ननकाना पब्लिक स्कूल लुधियाना), ने शिक्षक प्रशिक्षण और व्यावसायिक विकास में आई की खोज की।

डॉ. आभा अरोड़ा (ऑथर एंड अर्ली चाइल्डहुड एजुकेटर नोएडा) ने प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा में एआई की भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्तिक गोयल (कोडिंग एजुकेटर, दिल्ली) ने एसटीईएम शिक्षा में एआई के महत्व पर ज़ोर दिया।
परमजीत कौर ढिल्लों (कमला नेहरू पब्लिक स्कूल, फगवाड़ा) ने सतत भविष्य के लिए टेक्नोलॉजी पर बात की।
अक्षय आहूजा (कंसलटेंट, दिल्ली) ने एआई और रोजगारपरकता पर चर्चा की।

 

अजय जैन (सीईओ, गुरुग्राम) ने शिक्षा में वीआर, एआर और एआई पर अंतर्दृष्टि के साथ सत्र का समापन किया।
पैनल चर्चाएँ ‘शिक्षा में ए.आई. का प्रतिरोध कैसे दूर करें’ पर केंद्रित थीं। इस सत्र की मॉडरेटर डॉ. विनोदिता संख्यान (प्रिंसिपल, श्रीराम आश्रम पब्लिक स्कूल, अमृतसर) थीं। पैनलिस्टों में शामिल थे:
डॉ. शीना सैमुअल (SRM कॉन्वेंट स्कूल, लुधियाना)
आरती दादा (कैम्ब्रिज इंटरनेशनल स्कूल, कपूरथला)
आभा अरोड़ा (लेखिका, अर्ली चाइल्डहुड एजुकेटर)
इसके अतिरिक्त, एक अन्य पैनल चर्चा ‘शिक्षा में ए.आई. और अभिभावकों की भागीदारी’ पर आधारित थी। इस सत्र के मॉडरेटर संतोष कुमार गौतम (प्रिंसिपल, दयानंद मॉडल स्कूल, जालंधर) थे।

पैनलिस्टों में शामिल थीं:
डॉ. हरमीत वड़ैच (ननकाना पब्लिक स्कूल, लुधियाना)
रितु पाठक (स्ट. मनू कॉन्वेंट स्कूल, शाहकोट)
नेहा रतन (यूनिराइज वर्ल्ड स्कूल, जगराओं)
इनोसेंट हार्ट्स के चेयरमैन डॉ. अनूप बौरी और मेडिकल सर्विसेज के सैक्रेटरी डॉ. चंदर बौरी ने मुख्यातिथि राजेश कुमार गुप्ता(रीजनल ऑफ़िसर, सीबीएसई, चंडीगढ़) को सम्मान चिह्न भेंट किया।
ग्रुप फ़ोटोग्राफ़ी सत्र और दोपहर भोज ने नेटवर्किंग के अवसर और अनौपचारिक संवाद के लिए स्थान प्रदान किया। दिन का समापन सम्मान समारोह और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसके बाद हाई-टी का आयोजन किया गया, जिससे उपस्थित लोग शिक्षा में ए.आई. की परिवर्तनकारी शक्ति से प्रेरित और अवगत हुए।
शिक्षा सम्मेलन ने ज्ञान साझा करने, सहयोग बढ़ाने और प्रौद्योगिकी के माध्यम से भविष्य की शिक्षा की परिकल्पना के लिए एक गतिशील मंच के रूप में कार्य किया।

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