जालंधर 7 मार्च (ब्यूरो) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौक जालंधर में मां बगलामुखी जी के निमित्त श्रृंखलाबद्ध सप्ताहिक दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया।
मां बगलामुखी धाम के मुख्य सेवादार नवजीत भारद्वाज की देखरेख में सर्व प्रथम ब्राह्मणों द्वारा मुख्य यजमान उदय एवं मोनिका से सपरिवार पंचोपचार पूजन, षोढषोपचार पूजन,घट स्थापन,नव ग्रह पूजन उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई।
दिव्य हवन यज्ञ सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज ने कहा कि *सबके प्रति दयावान व्यक्ति ही ईश्वर का प्रिय हो सकता है। मनुष्य के सभी भावों में दया भाव ही सर्वोत्तम है। यही मनुष्य का सर्वोपरि गुण है। यह ऐसा व्यवहार है जो दूसरों के लिए उदारता, लिहाज और दूसरों के प्रति अच्छी सोच पैदा करता है। इस गुण वाले को प्रशंसा पाने और प्रतिफल की कोई उम्मीद नहीं रहती है*। मनुष्य का धर्म चाहे कुछ भी हो, असल चीज है आचरण। अगर वह आचरण की शुद्धता में विश्वास करता है और सबके प्रति अनुकंपा का भाव रखता है तो अवश्य ही वह व्यक्ति ईश्वर का प्रिय हो सकता है।
*एक जाति, एक धर्म और एक ईश्वर, यही हमारा आदर्श होना चाहिए। हिंसा के जरिए धार्मिक जीत संभव नहीं है। हिंसा से न तो किसी धर्म को खत्म किया जा सकता है और न ही किसी धर्म को स्थापित किया जा सकता है। आस्था और आत्मज्ञान को नहीं समझने वाले ही दूसरे धर्म का विरोध करते हैं*। आत्मज्ञान प्राप्त करना जितना जरूरी है, उससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण दूसरे लोगों को इस काबिल बनाने में है कि वे आत्मज्ञान प्राप्त कर सकें। क्योंकि व्यक्ति से समूह ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। जब समाज में ज्यादा से ज्यादा लोग विचारों और आचरणों की पवित्रता और शुद्धता का पालन करेंगे, तभी परिवर्तन आएगा।
इस अवसर पर रोहित भाटिया, अमरेंद्र कुमार शर्मा, राकेश प्रभाकर, बलजिंदर सिंह,हितेश महता,समीर कपूर,बावा जोशी,अशोक शर्मा, नवदीप, उदय, अजीत कुमार, संजीव, बावा खन्ना,सलिल, दिशांत शर्मा बावा खन्ना, राकेश, अवतार सैनी,पूनम प्रभाकर, सरोज बाला, रजनी, रिंकू सैनी,इशु वर्मा, अश्विनी ,जगदीश, केतन शर्मा,प्रताप,संजय, अभिलक्षय चुघ ,सौरभ , गुरप्रीत सिंह, दीपक, मुनीश,रवि, हेमंत,अनुज,भारत,तरनबीर,राजू,मंजू,मुनीश,रवि , हेमंत सहित भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।