न्यूज नेटवर्क 25 फरवरी (ब्यूरो) : महाशिवरात्रि के पावन पर्व के उपलक्ष्य में सर्व धर्म ख्वाजा मंदिर, पंजाब में एक भव्य एवं दिव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस विशेष अवसर पर मंदिर परिसर में विशाल दूध के लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भगवान महादेव की आराधना करते हुए सेवा कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लिया। भक्तों ने श्रद्धा भाव से भगवान शिव को समर्पित करते हुए दूध का वितरण किया, जिससे संपूर्ण वातावरण भक्तिमय एवं शिवमय हो उठा।
यह दिव्य एवं पुण्यदायी आयोजन पूज्य गुरु डॉ. सूफी राज जैन जी एवं दिव्या माता जी की पावन उपस्थिति एवं मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। उनके आध्यात्मिक सान्निध्य में भक्तों ने श्रद्धा एवं भक्ति भाव से भगवान शिव की उपासना की और निस्वार्थ सेवा का पुण्य अर्जित किया। इस आयोजन के माध्यम से भक्तों ने न केवल शिव भक्ति में लीन होकर आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किया, बल्कि सेवा, दया और करुणा के महत्व को भी आत्मसात किया।
भगवान महादेव के उपदेशों के अनुसार, सेवा, करुणा एवं समर्पण ही जीवन की सर्वोच्च साधना है। शिव हमें यह सिखाते हैं कि सच्ची श्रद्धा और निष्काम कर्म से ही हम मोक्ष के मार्ग पर अग्रसर हो सकते हैं। उनका दिव्य संदेश हमें प्रेरित करता है कि जीवन में अहंकार का त्याग कर विनम्रता को अपनाना चाहिए, क्योंकि अहंकार ही विनाश का प्रमुख कारण बनता है। साथ ही, समस्त जीवों के प्रति प्रेम, दया और सहानुभूति रखना ही सच्ची शिव भक्ति है। जब हम अपने जीवन में इन मूल्यों को आत्मसात करते हैं, तभी हम सच्चे अर्थों में भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
इस पावन अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मंदिर में आकर भगवान शिव की आराधना की और उनकी कृपा प्राप्त कर स्वयं को धन्य महसूस किया। पूरे आयोजन के दौरान ‘ओम नमः शिवाय’ के गगनभेदी जयघोष से संपूर्ण वातावरण गूंज उठा और मंदिर परिसर शिवमय हो गया। भक्तों की अटूट आस्था और भक्ति ने इस आयोजन को और भी दिव्य एवं अविस्मरणीय बना दिया।
इस प्रकार, महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर आयोजित इस भव्य कार्यक्रम ने न केवल भक्तों को आध्यात्मिक रूप से समृद्ध किया, बल्कि उन्हें सेवा और परोपकार के महत्व को भी समझने का अवसर प्रदान किया।
