जालन्धर में असली थानेदार के हाथ आया नकली थानेदार,पढ़े

जालंधर 29 जनवरी (ब्यूरो) : जालंधर की देहात पुलिस के हत्थे एक नकली थानेदार चढ़ा है। थाना महत्वपूर्ण की पुलिस ने नाकाबंदी दौरान काले रंग की सफारी में सवार युवक को जब रोका तो वह अपने आप को थानेदार बताने लगा। यह 20 साल का युवक नकली आईडी कार्ड बनाकर खुद को थानेदार बताता था। पकड़े गए युवक का नाम गांव उगी के रहने वाले अंश गिल के नाम से हुई है।

 

अंश से जब पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि बीबीए करने के बाद जब उसने थानेदार का पेपर दिया। जिसमें वह पेपर क्लियर नहीं कर पाया। लेकिन उसने यह सब किसी को नहीं बताया। करीब 8 महीने पहले उसने मोबाइल पर एएसआई का नकली आई कार्ड बनाया। इसके बाद उसने 60 हजार में एक काले रंग की सफारी खरीदी। जिसपर पंजाबी में थानेदार लिखाकर वह घूमने लगा।
टोल प्लाजा पर भी वह अपना नकली आईडी कार्ड दिखाकर निकल जाता था। युवक से पुलिस ने एक टॉय गन भी बरामद की है। यह टॉय गन उसने हिमाचल से ₹1500 में खरीदी थी। आरोपी के खिलाफ थाना मेहतपुर में मामला दर्ज कर दिया गया है।

 

एसएसपी हरकंवलप्रीत सिंह खख ने बताया डीएसपी ओंकार सिंह बराड़ की सुपरविजन दौरान थाना मेहतपुर के प्रभारी सुखदेव सिंह टीम के साथ टी प्वाइंट छोटे बिल्ले मेहरपुर में नाकाबंदी की हुई थी। तभी वहां से एक काले रंग की सफारी गाड़ी निकली। जिस पर पंजाबी में थानेदार लिखा हुआ था। जब उक्त युवक से पूछा गया कि किस थानेदार की गाड़ी है।

 

तो उसने कहा कि वह खुद ही थानेदार है। यह सुनकर सब हैरान हो गए। तब उससे पूछा गया कि एसएआई कब भर्ती हुए थे। तो उसने बताया कि 2024 में भर्ती हुआ था। जब उससे आईडी कार्ड मांगा तो उसका आईडी कार्ड देख शक यकीन में बदल गया। कि यह नकली थानेदार है। क्योंकि उसमें बिना वर्दी के फोटो लगी हुई थी। बता दें कि 10 साल पहले ही एसएआई की भर्ती बंद हो चुकी है। अब सीधा एसआई सब इंस्पेक्टर ही भर्ती होते है।

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