सिंगल चार्ज में 935 KM! स्वीडन की Polestar 3 SUV ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड,पढ़े
न्यूज़ नेटवर्क (ब्यूरो) : इलेक्ट्रिक वाहनों की दुनिया में हर दिन नए रिकॉर्ड बन रहे हैं, लेकिन इस बार मामला बेहद खास है। स्वीडन की इलेक्ट्रिक कार कंपनी Polestar ने अपनी नई SUV Polestar 3 के दम पर ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया। यह SUV एक बार चार्ज करने पर 935 किलोमीटर तक चली और इस उपलब्धि को Guinness World Records ने आधिकारिक मान्यता भी दे दी।
कैसे बना रिकॉर्ड?
Polestar 3 को ब्रिटेन की पब्लिक सड़कों पर चलाकर टेस्ट किया गया। इस दौरान कार ने 581.3 मील (करीब 935 KM) की दूरी तय की।
यह आंकड़ा पिछले रिकॉर्ड से कहीं आगे है। अगस्त 2024 में Ford Mustang Mach-E ने 569.64 मील का रिकॉर्ड बनाया था, जिसे अब Polestar 3 ने पीछे छोड़ दिया।
इस ड्राइव को पूरा करने में 22 घंटे 57 मिन का समय लगा।
SUV को सिंगल-लेन रोड, बी-रोड और डबल कैरिजवे जैसी अलग-अलग सड़कों पर चलाया गया ताकि असली दुनिया की ड्राइविंग कंडीशन्स को दर्शाया जा सके।
Powerful Specifications
रिकॉर्ड बनाने के लिए Polestar 3 का लॉन्ग रेंज सिंगल-मोटर वर्जन इस्तेमाल हुआ।इसमें 107 kWh बैटरी पैक और 295 bhp पावर वाला मोटर दिया गया है।
इसकी आधिकारिक WLTP रेंज 438 मील (705 KM) है।
खास बात यह रही कि WLTP रेंज पूरी करने के बाद भी बैटरी में 20% चार्ज बचा था।
यहां तक कि बैटरी 0% दिखाने के बाद भी SUV ने 8 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय की।


क्यों खास है यह रिकॉर्ड?
Polestar 3 ने केवल लंबी रेंज ही नहीं दिखाई बल्कि एफिशिएंसी में भी सबको चौंकाया। 2.4 टन वजनी इस SUV ने 5.13 मील प्रति kWh की शानदार दक्षता हासिल की।
Polestar के मैनेजिंग डायरेक्टर मैट गैल्विन ने कहा,
“एक बड़ी SUV का इतनी दूरी तय करना यह साबित करता है कि इलेक्ट्रिक वाहन अब सिर्फ सिटी कार नहीं बल्कि लंबी दूरी की यात्रा के लिए भी भरोसेमंद विकल्प बन चुके हैं।”
दूसरा रिकॉर्ड भी बना, लेकिन…
हाल ही में General Motors की Chevrolet Silverado EV (2026) ने भी 1,059 मील (1,704 KM) की दूरी तय कर सबको चौंका दिया था। लेकिन उसे Guinness World Records से मान्यता नहीं मिली। इसी वजह से Polestar 3 का रिकॉर्ड और भी खास बन जाता है, क्योंकि यह आधिकारिक तौर पर प्रोडक्शन इलेक्ट्रिक SUV कैटेगरी में दर्ज हो चुका है।
Polestar 3 का यह रिकॉर्ड यह साबित करता है कि इलेक्ट्रिक कारें अब सिर्फ शहरी सवारी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि लंबी दूरी की यात्राओं में भी पेट्रोल-डीजल गाड़ियों को कड़ी टक्कर दे रही हैं।


