जालन्धर 12 फरवरी (ब्यूरो) : बीते दिनों जालंधर अमृतसर हाईवे पर स्थित NIT (National Institute of Technology) से एक मामला सामने आया था। जिसमें छात्राओं द्वारा अपने प्रोफेसर पर यौन उत्पीडन का आरोप लगाया था। जिसके बाद उक्त छात्राओं ने प्रोफेसर के खिलाफ NIT की महिला सेल व पुलिस से इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद जहां पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुट गई। वहीं महिला सेल के साथ साथ NIT द्वारा इस मामले में एक जांच कमेटी बना जांच शुरू करवाई गई। कमेटी द्वारा जांच पूरी होने के बाद उक्त रिपोर्ट को डायेक्टर को सौंपी गई। जिसके बाद बोर्ड ऑफ ग्वेरनेंस को कारवाई के लिए रिकमेंडेशन के लिए बोर्ड ऑफ मिनिस्ट्री के साथ अधिकारी भी साथ बैठते है जिसके बाद सभी तथ्यों की गहराई से जांच कर यह एक्शन लिया गया। जिसके बाद असिस्टेंट प्रोफेसर को टर्मिनेट कर दिया गया है।
यहां बता दे कि उक्त प्रोफेसर को जहां कमेटी द्वारा टर्मिनेट किया गया है, वहीं दूसरी और पुलिस अभी इस मामले में अपनी जांच कर रही है।
NIT की टीम द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की बारीकी से जांच की गई। जिसके बाद इसकी सारी रिपोर्ट तैयार कर डायरेक्टर विनोद कनोजिया को सौंपी गई। जिसके बाद रिपोर्ट के आधार पर हमने बोर्ड ऑफ ग्वेरनेस को करवाई के लिए रिकमेंदेशन दी थी। जिसके बाद यह एक्शन लिया गया।
जानकारी देते हुए NIT जालंधर के डायरेक्टर विनोद कुमार कनोजिया ने बताया की जांच के आधार पर आज उक्त असिस्टेंट प्रोफेसर को टर्मिनेट कर दिया गया है। आगे जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि प्रोफेसर द्वारा सिर्फ एम बी ए की छात्राएं ही नही बल्कि पी एच डी कर रही छात्राएं भी परेशान थी। डायरेक्टर ने कहा कि भविष्य में भी अगर कोई भी ऐसी गलती करता है तो उसको भी कभी बख्शा नहीं जाएगा।