जालन्धर 14 फरवरी (ब्यूरो) : बुधवार को जालंधर के देश भगत यादगार हाल में संयुक्त किसान मोर्चा की और से विशेष मीटिंग की गई। जिसमें उन्होंने कहा कि केंद्र और हरियाणा सरकार द्वारा पंजाब और हरियाणा सीमा पर मंगलवार को किसानों पर आंसू गैस, रबर की गोलियों और पानी की बौछार जैसे तरीकों का इस्तेमाल किया है। उसकी निंदा करते है। मीटिंग में उन्होंने वीरवार 15 फरवरी को पंजाब के सभी टोल प्लाजा को टोल फ्री करने का निर्णय लिया है। वीरवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक तीन घंटे. सभी टोल प्लाजा को टोल मुक्त किया जायेगा। वहीं इसके साथ ही शुक्रवार 16 फरवरी को भारत बंद की कॉल पहले से ही दी हुई है।
बैठक में किसानों पर हमले रोकने और किसानों के दिल्ली मेंप्रदर्शन करने पर लगाई गई रोक हटाने की मांग की गई है। पंजाब की हरियाणा से लगती सीमाओं और राजमार्गों/सड़कों पर लोहे की बाड़, कंटीले तार, सड़क निर्माण और कंक्रीट की दीवारें बनाने पर कड़ा रोष व्यक्त किया गया और कहा गया कि भाजपा सरकार देश के नागरिकों के साथ शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रही हैं। पंजाब के लोगों का सरकार की और से बेगाना किया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस बात पर जोर दिया है कि भाजपा सरकारों का ऐसा व्यवहार पंजाब के लोगों में अलगाव की भावना को मजबूत करने का कारण बनेगा।
बैठक में सत्ताधारी बीजेपी को कड़ी चेतावनी दी गई है कि अगर बीजेपी सरकार ने तुरंत दमन बंद नहीं किया तो संयुक्त किसान मोर्चा पंजाब 18 फरवरी को लुधियाना में होने वाली बैठक में बीजेपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से गुरेज नहीं करेगा। अध्यक्षता हरमीत सिंह कादियान, बलजीत सिंह ग्रेवाल व कुलवंत सिंह संधू ने की।
गौरतलब है कि मोदी सरकार की कॉरपोरेट समर्थक नीतियों और किसानों, मजदूरों, ड्राइवरों, कर्मचारियों और छात्र-युवाओं की मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियन समेत अन्य संगठन पहले ही 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान कर चुके हैं। किसानों पर हो रहे जुल्म का भी देशभर में विरोध किया जाएगा।
मीटिंग में बलबीर सिंह राजेवाल, निरभाई सिंह ढुडीके, परमिंदर सिंह पाल माजरा, बूटा सिंह बुर्जगिल, जंगवीर सिंह चौहान, मंजीत सिंह धनेर, बिंदर सिंह गोलेवाला, बूटा सिंह शादीपुर, रुलदू सिंह मानसा, वीर सिंह बारवा, अवतार सिंह महिमा, बलविंदर सिंह राजुओलख, सुखदेव सिंह अरायनवाला, निरवैर सिंह डालेके, हरबंस सिंह संघा, प्रेम सिंह भंगू, कुलदीप सिंह वजीदपुर, रछपाल सिंह, कंवलप्रीत सिंह पन्नू, किरनजीत सेखों, दविंदर सिंह, सतिंदर सरताज, संदीप अरोड़ा, राजविंदर कौर राजू कुलजिंदर सिंह, मुकेश चंद्रा, हरविंदर सिंह आदि किसान नेता मौजूद रहे।