जालंधर 18 अप्रैल (ब्यूरो) : मां बगलामुखी जी के सिद्ध स्थान मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौक जालंधर में मां बगलामुखी जी के निमित्त श्रृंखलाबद्ध सप्ताहिक दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन किया गया।
सर्व प्रथम ब्राह्मणों द्वारा मुख्य यजमान राजेश महाजन। से पंचोपचार पूजन, षोढषोपचार पूजन, नवग्रह पूजन उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई गई।
हवन-यज्ञ उपरांत सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज ने दिव्य हवन यज्ञ में उपस्थित संगत को प्रभु भजनों से निहाल करते हुए कहा कि जीवन में हर मनुष्य को गुरु धारण करना ही पड़ता है, क्योंकि शास्त्रों में साफ लिखा है कि गुरु के बिना गति नहीं होती है।
गुरु ही मनुष्य को सच्चे रास्ते में लगाता है एवं गलत काम करने से रोकता है। अगर जीवन में पूर्ण गुरु मिल जाए, जोकि अपने शिष्य को ब्रह्मा ज्ञान दे सके ऐसे गुरु से जीवन सफल हो जाता है।
गुरु का दर्जा भगवान से भी ऊपर माना जाता है। कारण, गुरु से ही ज्ञान मिलता है। गुरु की महत्ता अनादि काल से चली आ रही है। वेदों और पुराणों में भी गुरु की भूमिका सर्वोपरि रही है। *मनुष्य और ईश्वर के बीच की कड़ी गुरु ही होते हैं* गुरु वह है जो ज्ञान दे। संस्कृत भाषा के इस शब्द का अर्थ शिक्षक और उस्ताद से लगाया जाता है। संस्कृत में, गुरु का शाब्दिक अर्थ है अंधकार को दूर करने वाला। आध्यात्मिक ज्ञान कराने वाले गुरु का स्थान सबसे ऊपर माना जाता है।
इस अवसर पर श्वेता भारद्वाज, पूनम प्रभाकर, सरोज बाला, रोहित भाटिया, अमरेंद्र कुमार शर्मा, राकेश प्रभाकर, डॉ मुकेश गुप्ता, बावा जोशी, अशोक शर्मा, नवदीप, अमरेंद्र कुमार , उदय, अजीत कुमार, संजीव, सलिल, दिशांत शर्मा , राकेश , विशु सभ्रवाल, रवि चौहान , बंटू सभ्रवाल, कर्ण महता, मुकेश गुप्ता, बावा खन्ना , रजनी, रिंकू सैनी, इशु वर्मा, जगदीश, प्रताप, संजय, सोनिका छाबड़ा, विनोद खन्ना, निखिल छाबड़ा, अवतार सैनी, गौरी केतन शर्मा, अक्षय , कन्हैया, बावा ,अभिलक्षय चुघ , सौरभ , गुरप्रीत सिंह, मुनीश,राजू , विजय, विनोद, नैन्सी, विशाल, अश्वनी, नवीन, सौरभ, रवि , हेमंत, प्रिंस, अभिषेक भनोट, विक्की नाहर, गुरलाल, तरसेम, मन्नू, बब्बी , मुनीश, अमित कोहली, अमित , ठाकुर बलदेव सिंह, सुनील जग्गी, प्रिंस सहित भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।