जालंधर 20 मार्च (ब्यूरो) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नज़दीक लमांपिंड चौंक जालंधर में सामुहिक निशुल्क दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मदिंर परिसर में किया गया।
सर्व प्रथम ब्राह्मणो द्वारा मुख्य यजमान ओंकार वालिया से विधिवत वैदिक रिती अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन,नवग्रह पूजन उपरांत सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई गई।
सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज जी ने दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित मां भक्तों को आध्यात्मिक प्रवचनों का रसपान करवाते हुए कहते है कि जीवन में ऊंचाई अध्यात्म के बिना संभव नहीं यह बात भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के साथ भी लागू हुई है। सुनीता विलियम्स यह स्वीकार करती हैं कि अध्यात्म ही वह सीढ़ी है, जिसकी नींव पर सफलता के शिखर पर पहुंचा जा सकता है। उनका ईश्वर के प्रति अथाह विश्वास इसी बात से समझा जा सकता है कि वे हर बार अंतरिक्ष यात्रा में किसी न किसी रूप में भगवान के करीब रहीं। वे अपने साथ अंतरिक्ष में भगवान गणेश की मूर्ति, भगवद्ग गीता, शिव और ओम लेकर जा चुकी हैं।
नवजीत भारद्वाज कहते है कि हमारे पास ऋग्वेद, उपनिषद, आरण्यक, पुराण, भगवद् गीता तथा श्रीरामचरितमानस जैसे अनेक ऐसे ग्रंथ हैं, जो हमें धर्म एवं अध्यात्म से परिचित कराते हैं और उन तक पहुंचने का मार्ग भी सुझाते हैं। आत्मा इन्द्रियों के द्वारा संसारिक विषयों को ग्रहण कर मन के द्वारा मनन कर अंहकार और संस्कार के रूप में अर्जित करता है। अंहकार आत्मा को संसार से जोड़ते हैं और संस्कार ईश्वर से। मन के इस मंथन को भलिभाँति समझ लेना ही अध्यात्म है।
नवजीत भारद्वाज कहते है कि ईश्वर द्वारा रचित इस संसार को छोडक़र सिर्फ भगवा वस्त्र धारण कर लेना अध्यात्म नहीं। इन संसारिक सुखों और दु:खों को भोगते हुए ईश्वर के कहे अनुसार कर्म करते हुए, उस ईश्वर को जानना ही अध्यात्मिकता है।
आत्मा को प्राप्त पंचतत्विय स्थूल शरीर की महत्वत्ता को जानना, इन्द्रियों पर नियंत्रिण करना, सूक्ष्म शरीर की विशालता को समझना, वेदों के ज्ञान को ग्रहण करना, ईश्वरीय मार्ग पर चलना ही अध्यात्मिकता है। आध्यात्मिक लोग जीवन की महत्ता और उसके रहस्य को समझते हैं, वे खुलकर हंसते हैं और खुलकर जीते हैं। आध्यात्मिक स्तर तक पहुंच चुका व्यक्ति ब्रह्मांड की अनंतता पर विश्वास करता है। वह उसकी उपलब्धियों और गुंजाइशों को समझता है और वह यह भी जानता है कि वह ब्रह्मांड का एक हिस्सा है जिसकी वजह से उसके भीतर भी अवसरों की भरमार है।
इस अवसर पर मुनीष मैहरा, दिशांत शर्मा, जानू थापर, अमरेंद्र कुमार शर्मा,दिनेश चौधरी, समीर कपूर, राकेश प्रभाकर,सरोज बाला,पूनम प्रभाकर, नरेश,कोमल ,जगदीश डोगरा, ऋषभ कालिया, कमलजीत,बलजिंदर सिंह,अभिषेक भनोट, धर्मपालसिंह, अमरजीत सिंह, उदय ,अजीत कुमार , नरेंद्र ,रोहित भाटिया,बावा जोशी,राकेश शर्मा, अमरेंद्र सिंह,बावा खन्ना, विनोद खन्ना, नवीन ,रिंकू सैनी,प्रदीप,सुधीर, सुमीत,जोगिंदर सिंह,मनीष शर्मा, डॉ गुप्ता,सुक्खा अमनदीप , अवतार सैनी, परमजीत सिंह, दानिश, रितु, कुमार,गौरी केतन शर्मा,सौरभ ,शंकर, संदीप,रिंकू,प्रदीप वर्मा, गोरव गोयल, मनी ,नरेश,अजय शर्मा,दीपक , किशोर,प्रदीप , प्रवीण,राजू, गुलशन शर्मा,संजीव शर्मा, रोहित भाटिया,मुकेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा, ऐडवोकेट शर्मा,वरुण, नितिश,रोमी, भोला शर्मा,दीलीप, लवली, लक्की, मोहित , विशाल , अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला, भोला शर्मा, जगदीश, नवीन कुमार,निर्मल,अनिल,सागर,दीपक,दसोंधा सिंह, प्रिंस कुमार, पप्पू ठाकुर,अमृत कलसी, दानिश सेठ, सौरभ भाटिया, प्रदीप शर्मा, दीपक कुमार, नरेंद्र, सौरभ, नरेश,दिक्षित,प्रिंस, कन्हैया, अनिल,शत्रुघ्न, कमल नैयर, अजय,बलदेव सिंह भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।
