जालंधर 24 जनवरी (ब्यूरो) : आखिर सही कहते हैं कि जिस पर भगवान की कृपा हनी हो उसे कोई भी रोक नहीं सकता। शारीरिक और मानसिक तौर पर विशेष जरूरत वाली इस बच्ची को करीब डेढ़ वर्ष पहले जिसकी कोख से जन्मी बच्ची को उसके ही माता-पिता ने सड़क पर छोड़ दिया था। आज इस बच्ची को भगवान की कृपा से गोद लेने के लिए अपने देश से नहीं बल्कि विदेश से एक दंपति ने गोद ले लिया है।
जालंधर में स्थित नारी निकेतन में रह रही 3 वर्षीय बच्ची एंजेल को करीब डेढ़ वर्ष पहले उसके माता-पिता ने शायद इसलिए त्याग दिया था कि वह बच्ची शारीरिक और मानसिक तौर पर ठीक नहीं थी। इसके बाद एंजेल को जालंधर नारी निकेतन से संपर्क कर उसे यहां भेजा गया। तब से लेकर अब तक यह बच्ची नारी निकेतन में ही अपना जीवन व्यतीत कर रही थी। लेकिन इसके बाद उसे बच्ची की किस्मत इस तरह से बदली की अब अमेरिका से आया दंपति उसे अपने साथ गोद लेकर अमेरिका लेकर जा रहा है। अमेरिका से आए अंग्रेज दंपति का नारी निकेतन में पहुंचने पर महासचिव गुरजोत कौर और सीईओ नविता जोशी द्वारा भरपूर स्वागत किया गया।
महासचिव गुरजोत कौर ने कहा कि वह आज बहुत खुश है कि एंजेल को एक बढ़िया घर और अच्छे मां-बाप मिल रहे हैं। उनको उम्मीद है कि एंजेल उनके साथ जल्द ही घुल मिल जाएगी और उसका भविष्य भी अच्छा हो जाएगा।
दंपति मैथ्यू यू यार्क (matthew york) व उनकी पत्नी राचेल एलिन स्टीप ( Rachel Allyn Steep) यार्क होमवुड USA के निवासी है। इनके पहले दो बेटे है। रेचल ने कहा कि वह भारत विशेष तौर पर समर्थ बच्चे की मां बनने की इच्छा रही है। जो कि आज पूरी हो गई है। दंपति ने इससे पहले सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (C.A.R.A) मैं याचिका दायर की थी जिस कारण स्थानीय प्रशासन ने गोद लेने वाले परिवार की रिपोर्ट मांगी थी। सारी रिपोर्ट और दस्तावेज की पड़ताल होने के बाद उनका केस गोद लेने लायक पाया गया जिसके बाद अभिभावक को गोद लेने का सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया। ताकि एंजेल को अमेरिका में बढ़िया जीवन दिया जा सके।
इससे यह भी प्रतीत होता है कि धरती पर आज भी मानवता जिंदा है।वही दंपति ने यह भी कहा कि आज उनकी जो भी इच्छा थी परमात्मा ने उसे पूरा कर दिया है।