जालन्धर 22 दिसम्बर (बृजेश शर्मा) : जालन्धर के लतीफपुरा सरकारी डिच चले आज करीब 13 दिन हो गए है। जिसमे उस दिन से ही लतीफपुरा निवासियों के साथ दिन रात किसान या एक दो जत्थे बंदियों के सदस्य वहां मौजूद है।
वहीं दूसरी ओर सियासी पार्टियों के लीडर आए दिन वहां पर पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुन चले जाते हैं लेकिन अब तक उनका कोई भी समाधान नहीं निकाला गया। जिसके चलते करीब 2 दिन पहले उन्होंने एक रोष मार्च निकाला था। जिसमें लतीफपुरा से चल पूरे शहर से होते हुए श्री गुरु नानक मिशन चौक में सरकार व इम्प्रूवमेंट चैयरमेन का अर्थी फूंक प्रदर्शन किया था। जहां उन्होंने यह भी ऐलान किया था कि 1 जनवरी को नेशनल हाइवे जाम किया जाएगा।
इस सारे मामले के बाद पंजाब सरकार ने इस मामले को शांत करने के लिए लतीफपुरा निवासियों को 2BHK फ्लेट देने का वादा किया। कि जितने भी बेघर हुए निवासियों को जालन्धर के गुरु अमरदास नगर के पास बने बीबी भानी काम्प्लेक्स फ्लैट देंगे। लेकिन बेघर निवासियों ने उसे लेने से मना कर दिया। क्योंकि उनका कहना है कि अगर वो सरकारी फ्लैट है तो यह भी तो सरकार की ही जगह थी। तो फिर इसे क्यों तोड़ा गया है। हमे ऐसे फ्लैटों में नही जाना है। जहां सरकार ने हमे शिफ्ट होने को कहा है।
कैसे है बीबी भानी कॉम्प्लेक्स के फ्लैट देखें ग्राउंड रिपोर्ट
जब हमारी टीम ने वहां पहुंच देखा तो वहां पर बहुत फ्लैट बने हुए है। लेकिन वहां पर 50 के करीब ही परिवार रहते है। अगर वहां के हालातों की बात की जाए। तो वहां पर अब तो दीवारों से सीमेंट तक उत्तर गया है। दरवाजे टूटे हुए है।
जगह जगह पर गंदगी के ढेर लगे हुए है। सीवरेज जाम की समस्या,खिड़कियों के शीशे टूटे हुए है। कई कमरों में तो देखा गया कि वहां पर तो भांग,स्मैक पीने वाले फॉयल पेपर भी पड़े हुए थे। सभी फ्लैटों का इतना बुरा हाल है कि वहां पर अगर रहने की बात की जाए तो बड़ा मुश्किल है। ना कोई सफाई का प्रबंध है। कुछ फ्लैटों को पेंट करने का काम शुरू हो गया है। जब से सरकार ने यह फ्लैट देने का वादा किया है। तब से वहां पर यह काम शुरू हुआ है।
जब इस बारे में लतीफपुरा निवासियो से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर वो सरकारी जगह है तो जहां यह हमारे घर तोड़े गए है वो कोनसी प्राइवेट जगह थी। है तो दोनों ही सरकारी तो हमारे मकानों को तोड़ा क्यों गया है। अगर कल को वहां भी इन्होंने तोड़ने के आदेश कर दिये तो हम कहाँ जाएंगे। वैसे भी हम अपनी जमीन पर ही रहेंगे चाहे यह संघर्ष हमे हमेशा के लिए ही करना पड़े। लेकिन अपनी जगह से कहीं नही जाएंगे।