जालंधर 24 अप्रैल (ब्यूरो) : जहां एक तरफ जालंधर में लोकसभा उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपने कार्य में लगी हुई हैं। वहीं दूसरी ओर आज पीआरटीसी, पनबस और पंजाब रोडवेज के सदस्यों द्वारा एक प्रेस वार्ता की गई।
जिसमें उन्होंने बताया कि हमारी मांगे पूरी ना होने के कारण 26 अप्रैल को जालंधर के पीएपी चौक को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा और वहां पर धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से हमारी कुछ मांगे हैं जो आज तक सरकार ने पूरी नहीं की। साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब की मौजूदा सरकार द्वारा वादा किया गया था कि सरकार बनने के बाद आप की सभी मांगों को पूर्ण रूप से पूरा कर दिया जाएगा। चुनाव से पहले लोगों को हमारी ओर से जागरूक किया जा रहा है कि पंजाब में सरकार आने को 1 साल हो गया है लेकिन लोगों को इस बारे में पता होना चाहिए कि सभी सरकारी विभागों में किस तरह से काम चल रहा है और क्या-क्या हो रहा है।
पंजाब सरकार की ओर से महिलाओं को फ्री सफर तो दे दिया है लेकिन उसके लिए जो बजट रखा गया है वह बहुत ही कम है। पहले से ही 600 करोड पर का बकाया चल रहा है। सभी विभागों को समय पर पैसे मिलने चाहिए ताकि पीआरटीसी, पनबस और पंजाब रोडवेज को इसमें फायदा मिल सके ना कि इस फ्री सवारी के चलते नुकसान हो।
हमारी पहले दिन से ही जो मांगे रही हैं उसने एक है कि कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जाए। निकालें गेम राजमा को फिर दोबारा से नौकरी पर रखा जाए। किलोमीटर स्कीम के तहत दो बस से रखी हुई है उसको ना रखा जाए जबकि सरकारी बसों को इसमें शामिल किया जाए। जो कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने 5% सैलरी बढ़ाने को कहा था वह अभी तक बढ़ाई नहीं गई। शहीद मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्ष करने हैं लेकिन अभी तक इन मांगों को लेकर कोई भी सुनवाई नहीं की गई।
पंजाब सरकार द्वारा सरकारी बसों को दिन प्रतिदिन कम किया जा रहा है जहां पहले 2400 के करीब बसें थी जो अब सौ के करीब रह गई है। कहीं ना कहीं सरकारी डिपार्टमेंट को ही खत्म किया जा रहा है। तो ऐसे में सरकार नौजवानों को नौकरियां कहां से देगी।