जालंधर 13 जुलाई (ब्यूरो) : मां बगलामुखी जी की अराधना करने के लिए गुरुवार के दिन का विशेष महत्व है । मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी के निमित्त माला जाप कर मुख्य यजमान अजीत कुमार से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं ।
इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने उपस्थित मां भक्तो को कहा कि अहं भाव मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। हवन यज्ञ में आकर व्यक्ति अपने अभिमान को खत्म कर व्यवहार में विनम्रता ला सकता है क्योंकि अहं भाव मनुष्य के सोचने-समझने की क्षमता को हर लेता है। उसकी बुद्धि भ्रष्ट कर देता है। अहं भाव से ग्रस्त व्यक्ति अपने सामने किसी को कुछ नहीं समझता और खुद को सर्वश्रेष्ठ सर्वेसर्वा समझता है।
नवजीत भारद्वाज ने कहा कि मनुष्य को अहम भाव को त्याग कर सद्भाव और समभाव से जीवन जीने का प्रयास करना चाहिए। जीवन में दु:ख का पर्याय भी अहंकार ही है। इसी घमंड के चक्र व्यूह में व्यक्ति स्वयं को श्रेष्ठ तथा हर क्षेत्र में ज्ञान व शिक्त से सम्पन्ना मानने लगता है। वह इस नशे में इस हद तक डूबा रहता है कि दूसरे के ज्ञान अनुभव सलाह को तुच्छ समझने लगता है। संसार में अनिगनत जीव-जंतु हैं, उनमें सबसे कमजोर जीव में भी कोई न कोई एक जबरदस्त खूबी होती है, वो है अनुकरण। जिसके सहारे वह अपनी क्षमताओं में वृद्धि करता जाता है, परंतु घमंड के चक्र व्यूह से ग्रसित इंसान कभी किसी के अनुसरण को स्वीकार नहीं कर पाता।
इस अवसर पर श्री कंठ जज, राकेश प्रभाकर, अभिलक्षय चुघ,समीर संजीव शर्मा , प्रवीन,रोहित भाटिया,लवली रल्हन,बावा जोशी, दिशांत शर्मा, अमरेंद्र कुमार शर्मा,मैनी, नवदीप, राजीव भारद्वाज,एडवोकेट राज कुमार,अशोक शर्मा, अश्विनी शर्मा, संजीव सांविरया, मुनीश शर्मा, पंकज,करन वर्मा, राजेश महाजन, भानू मल्होत्रा,मानव शर्मा, अश्विनी थापर,राजीव, दिशांत शर्मा,अशोक शर्मा, जसप्रीत सिंह,राकेश,सौरभ मल्होत्रा,हंस राज,दीपु ठाकुर, अभिषेक भनोट, श्याम साहनी, ठाकुर बलदेव सिंह, लक्की, रवि वर्मा,रमन कुमार,जसविंदर सिंह,सुनील जग्गी,प्रिंस,पंकज,मदन सिंह,अमित शर्मा, ज्योति,सुमित कुमार,प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।