Zee पंजाब TV नेटवर्क (ब्यूरो) : बादल फटने की वजह आमतौर पर उनमें मौजूद (वायपराण) के कारण होती है। जब बादल उच्च ऊँचाइयों पर बढ़ते हैं, तो वायपरानिक होते हुए बादलों में मौजूद पानी की बूंदें ठंडे और नम वायुमंडल में घुलने लगती हैं। इससे वयप्राणिक होता है और बादल और भी बड़े होते जाते हैं।
जब यह वायपराण बादल और उनके आसपास के हवामंडल में जमा होता है, तो बादलों की दबाव बढ़ता है और वे अपनी सामर्थ्य सीमा तक पहुँचते हैं। अगर यह दबाव बहुत ज्यादा हो और बादल की सामर्थ्य सीमा पार हो जाए, तो बादल फट सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, बादलों में मौजूद पानी की बूंदें बड़ी तेजी से वाष्पीकरण होकर वायुमंडल में छोड़ दी जाती हैं, जिससे बादल फटते हैं और वर्षा की प्रक्रिया प्रारंभ होती है।