Zee Punjab Tv नेटवर्क 24 अगस्त (ब्यूरो) : चंद्रयान-3, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा विकसित किया गया था और यह चंद्रग्रहण मिशन था जो चंद्रमा की सतह पर जाने का प्रयास करता है। यहाँ कुछ चंद्रयान-3 की मुख्य विशेषताएँ हैं:
1. **सुरक्षित उपग्रह प्रक्षेपण:** चंद्रयान-3 एक अनुप्रक्षेपण मिशन है, जिसमें चंद्रयान-3 उपग्रह को चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक पहुँचाया गया।
2. **कामेंटर स्किनबैक:** चंद्रयान-3 ने अपने प्रक्षेपणीय मोम की साहसिक सेर राखकर पूरी कूदी के साथ कामेंटर स्किनबैक की कोशिश की, जिससे स्थलांतरण प्रक्रिया को समझने में मदद मिल सके।
3. **लेजर अल्टीमेट आजादि:** चंद्रयान-3 में लेजर अल्टीमेट आजादि उपकरण शामिल था, जिसका उपयोग विशिष्ट दूरी का पता लगाने के लिए किया गया था।
4. **सुपरकैमरा:** यह उपकरण चंद्रमा की सतह की चित्रण के लिए डिज़ाइन किया गया था, जिससे उच्च-परिभाषित तस्वीरें प्राप्त की जा सकती थीं।
5. **संवाद उपकरण:** चंद्रयान-3 में एक संवाद उपकरण था जिसका उपयोग संवाद और डेटा अंतरालों के लिए किया गया था।
6. **सांद्रता अध्ययन:** इस मिशन में सांद्रता की अध्ययन की कोशिश की गई, जिससे चंद्रमा की ऊर्ध्व-कक्षा और निचली कक्षा के बीच सम्बंधों को समझने में मदद मिल सके।
7. **वैज्ञानिक उपयोगिता:** इस मिशन के परिणामस्वरूप प्राप्त डेटा से वैज्ञानिकों को चंद्रमा की सतह, भूमिका, और गुणवत्ता के बारे में अधिक जानकारी मिली।
8. **तकनीकी उन्नति:** चंद्रयान-3 में उपयोग होने वाली तकनीकी उन्नतियाँ भविष्य में के अंतरिक्ष मिशनों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
9. **बजट मिशन:** चंद्रयान-3 एक बजट-मिशन था जिसने कम खर्च में उच्च-गुणवत्ता वाले डेटा का निर्माण किया।
10. **यातायात प्रणाली:** इस मिशन में उपयोग होने वाली यातायात प्रणाली ने चंद्रयान-3 को नियंत्रित ढंग से चंद्रमा की कक्षा में पहुँचाया।