जालंधर के इस इलाके में एक साथ तीन दुकानों को चोरों ने बनाया निशाना, देखें वीडियो
जालंधर 16 अगस्त (ब्यूरो) : शहर के वेस्ट हलके में चोरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि अब चोर एक ही रात में कई दुकानों को निशाना बनाकर फरार हो जाते हैं। पुलिस मौके पर पहुंचकर कार्रवाई का आश्वासन तो देती है, लेकिन पीड़ित दुकानदारों का कहना है कि कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से व्यापारी वर्ग में भारी रोष और भय का माहौल है।
ताजा मामला घास मंडी इलाके से सामने आया है, जहां चोरों ने देर रात तीन दुकानों के ताले तोड़ दिए और नगदी व सामान लेकर फरार हो गए। पीड़ित दुकानदार नरिंदर ने जानकारी देते हुए बताया कि वह देर रात 11 बजे अपनी दुकान बंद कर घर गए थे। सुबह करीब 6 बजे उन्हें फोन आया कि दुकान का शटर टूटा हुआ है। जब वे मौके पर पहुंचे तो देखा कि तिजौरी से करीब 15 हज़ार रुपये नगदी, मोबाइल एक्सेसरीज़ और अन्य कीमती सामान गायब था। साथ ही, चोर दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़कर साथ ले गए।
नरिंदर ने बताया कि उनकी दुकान पर पहले भी चोरी हो चुकी है और अब दूसरी बार हुई इस वारदात ने उन्हें बेहद परेशान कर दिया है। उनका कहना है कि पुलिस को सूचना देने के बाद भी एक घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। उन्होंने आरोप लगाया कि इलाके में पुलिस की नाकाबंदी केवल चालान काटने तक ही सीमित है, लेकिन चोरों पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं होती।
नरिंदर काला सिंघा रोड पर मनी ट्रांसफर का काम करते हैं। उनकी दुकान के साथ-साथ रोहित फैशन गैलरी और नंदा चिकन स्टोर को भी चोरों ने निशाना बनाया। दोनों दुकानों से नगदी और सामान चोरी हुआ। दुकानदारों ने बताया कि चोरी की इन वारदातों से इलाके का व्यापारी बेहद दहशत में है।
वहीं एक अन्य दुकानदार ने बताया कि उन्हें सुबह करीब 3 बजे फोन आया कि उनकी दुकान का ताला टूटा हुआ है। जब वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि दुकान से एलईडी, मोबाइल फोन और करीब 2 हज़ार रुपये नगदी चोरी हो चुके थे। उन्होंने सुबह 6.30 बजे पुलिस को इसकी सूचना दी, लेकिन पुलिस 8.30 बजे मौके पर पहुंची। उनका कहना है कि पुलिस की देरी से प्रतिक्रिया और लापरवाही के कारण चोर बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि वेस्ट हलके में हर रोज चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं। बावजूद इसके पुलिस कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। इलाके में दिन-रात पुलिस नाके तो लगाए जाते हैं, लेकिन उनका उद्देश्य केवल चालान काटना और खानापूर्ति करना है। चोरों पर शिकंजा कसने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
व्यापारियों ने कहा कि लगातार चोरी की घटनाओं ने उनका जीना मुश्किल कर दिया है। जहां एक तरफ़ कारोबार पर आर्थिक मंदी का असर पहले से ही पड़ा हुआ है, वहीं दूसरी ओर इस तरह की चोरी की वारदातों से उनका नुकसान और बढ़ रहा है। दुकानदारों ने प्रशासन से मांग की है कि इलाके में गश्त बढ़ाई जाए, पुलिस की सक्रियता बढ़े और चोरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
पीड़ित दुकानदारों का कहना है कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो शायद ये चोरी की घटनाएं दोबारा न होतीं। लेकिन हर बार घटना के बाद पुलिस सिर्फ जांच का आश्वासन देती है, जबकि नतीजा शून्य ही रहता है। इसी कारण चोरों के हौसले बुलंद हैं और वे एक ही रात में कई दुकानों को निशाना बना रहे हैं।
लोगों का कहना है कि अब यह सिर्फ चोरी का मामला नहीं रह गया, बल्कि सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की गंभीर समस्या बन चुकी है। यदि पुलिस ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए तो व्यापारी वर्ग आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।
लगातार हो रही चोरी की घटनाओं ने साफ कर दिया है कि वेस्ट हलके में पुलिस व्यवस्था बिल्कुल नाकाम साबित हो रही है। इलाके के लोगों का कहना है कि पुलिस को चालान काटने से ज्यादा ज़रूरी शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। दुकानदारों की यह मांग अब जोर पकड़ती जा रही है कि चोरी रोकने के लिए पुलिस विशेष गश्ती दल तैनात करे और पहले से हुई वारदातों की गंभीरता से जांच कर चोरों को कड़ी सज़ा दिलवाई जाए।


