जालंधर में ड्रोन लूटपाट मामले ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए बड़े सवाल,जमकर हुआ हंगामा,देखें वीडियो
जालंधर 20 नवंबर (ब्यूरो) : जालंधर में ड्रोन लूटपाट के एक मामले ने एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। नकोदर पुलिस ने एक युवक को डिटेन तो कर लिया, लेकिन जैसे ही उसके पारिवारिक सदस्य मौके पर पहुंचे, उन्होंने उसे सीधे पुलिस कार से बाहर निकाल लिया।
वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि युवक आशिष को पुलिस की सरकारी गाड़ी में बैठाया गया था। परंतु परिवार के पहुंचते ही माहौल तनावपूर्ण हो गया और उन्होंने पुलिस पर जबरदस्ती ले जाने के गंभीर आरोप लगाए।
पीड़ित युवक आशिष का कहना है कि वह पेशे से फ़ोटोग्राफ़र है। ड्रोन बुकिंग के लिए उसने केवल फ़ोटोग्राफ़र पवन से संपर्क किया था। लूटपाट की घटना 16 तारीख की है और उसका उससे कोई लेना-देना नहीं। आशिष का दावा है कि पुलिस ने बिना बताए उसका फ़ोन ट्रेस करके जालंधर पहुंचकर उसे जबरदस्ती डिटेन कर लिया।
आशिष की माता किरण ने भी पुलिस के खिलाफ खुलकर अपनी बात रखी। उनका कहना है कि वे पवन फ़ोटोग्राफ़र से मिलने जालंधर आए थे और उनका पुत्र अपनी बेगुनाही साबित करने आया था। इसके बावजूद पुलिस ने उसे बेवजह गाड़ी में बैठा कर ले जाने की कोशिश की।
बताया गया है कि बिट्टू नामक एक फ़ोटोग्राफ़र ने ड्रोन बुकिंग करवाने के लिए आशिष को कॉल की थी। बुकिंग 28 तारीख को हुई थी, जबकि लूटपाट 16 तारीख को हुई। इसके बावजूद पुलिस सीधे आशिष को ही निशाना बना रही थी।
नकोदर थाने से आए जांच अधिकारी ने बताया कि पिछली ड्रोन लूट की घटना में आशिष से पूछताछ करने के लिए ही उसे बुलाया गया था।


