जालंधर 27 नवंबर (ब्यूरो) : पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल पीएपी कैंपस जालंधर कैंट में आज वार्षिक दिवस ‘अली ए आई और हम ‘ का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर राजेश कुमार गुप्ता, रीजनल ऑफिसर, सी बी एस ई (चंडीगढ़ /पंजाब/ जम्मू एंड कश्मीर) ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की।
नरेश डोगरा, ए आई जी/पी ए पी , अजय गोस्वामी ,सेक्रेटरी, डी ए वी सी एम सी,नई दिल्ली, श्री अरविंद घई, सेक्रेटरी, डी ए वी सी एम सी,नई दिल्ली व प्रेसीडेंट आर्य समाज मॉडल टाउन जालंधर, इंद्रजीत तलवार, रिटायर्ड प्रिंसीपल साईं दास स्कूल व वाइस चेयरमैन, एल एम सी ,स्कूल, स्वीन पुरी, मैनेजर (पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल ) ,अन्य स्कूलों के प्रिंसीपल व अन्य गणमान्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
प्रिंसीपल डॉक्टर रश्मि विज द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट करके माननीय अतिथियों का स्वागत किया गया।
स्कूल बैंड की टीम द्वारा ‘सारे जहां से अच्छा ‘ की धुन मुख्य अतिथि के स्वागत में बजाई गई।
कार्यक्रम का आगाज़ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
वार्षिक दिवस के अवसर पर अभिभावक भी उपस्थित थे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में ‘सरस्वती वंदना और सुर आराधना’
में स्कूल के वादन, गायन व शास्त्रीय नृत्य के समावेश से वाद्य (आर्केस्ट्रा)टीम के विद्यार्थियों द्वारा ओम् ध्वनि से शुरू करके गायत्री मंत्र और ओम् विश्वानि___ श्लोक के साथ भातृभाव की महत्ता को स्पष्ट करने वाले श्लोकोच्चारण द्वारा किया गया तथा गायन टीम के द्वारा क्लासिकल फ्यूजन में भारतीय एवं पाश्चात्य वाद्यों में बंदिश के साथ ‘मोरे घर आए बलमा’ व हिंदुस्तानी सुगम संगीत में ‘गीत खुशी के गुनगुनाते चलते जाएं हम’ प्रस्तुत किया गया।
शास्त्रीय नृत्य टीम के द्वारा ‘जय जय हे भगवती सुर भारती —–‘ सरस्वती वंदना पर शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया गया।
वेलकम स्पीच में प्रिंसीपल डॉक्टर रश्मि विज ने सभी उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया व स्कूल के फाउंडर एम एस भुल्लर , आई पी एस, डी जी पी (रिटायर्ड ) के प्रति अपना अत्यंत आभार व्यक्त किया, जिनकी दूरदृष्टि और विरासत विद्यालय के सभी प्रयासों के लिए प्रेरक शक्ति है।
उन्होंने पद्मश्री पुरस्कार विजेता डॉ. पूनम सूरी, प्रेसीडेंट डी ए वी, सी एम सी, नई दिल्ली, प्रेसीडेंट ,डी ए वी, मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली, डॉ. निशा पेशिन, डायरेक्टर, पी एस-II डी ए वी ,सी एम सी, नई दिल्ली और श्री एम.एफ. फारूखी, (चेयरमैन ,एल एम सी, स्कूल) आई पी एस, ए डी जी पी/स्टेट आर्म्ड पुलिस को प्रेरणा के सतत स्रोत के रूप में धन्यवाद दिया व स्कूल की उपलब्धियों की जानकारी भी दी ।इस अवसर पर स्कूल मैगज़ीन सुरागिनी भी रीलीज हुई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण गीति नाटिका ‘ अली ए आई और हम’ जो प्रिंसीपल डॉक्टर रश्मि विज के विचारों का साकार रूप है, डिजिटल युग के प्रभावों से अपनी युवा पीढ़ी की संवेदनशीलता और मूल्यों को बचाने का एक प्रयास है । गीति नाटिका के द्वारा मार्मिक संदेश दिया गया कि जो टेक्नोलॉजी हमारी सहूलियत के लिए है आज हम उसी टेक्नोलॉजी का शिकार हो रहे हैं और समय रहते हमें अपने आप को और समाज को टेक्नोलॉजी का शिकार होने से बचाना है।
“बच्चों को खेलने कूदने के लिए प्रेरित न करके एक कमरे में सहूलते दे दीं। ”
“आज के बच्चे गैजेट्स का शिकार होकर शारीरिक व मानसिक बीमार हो रहे हैं।”
“बच्चों को नेचर से दूर करके आर्टिफिशियल इंसान बना दिया।”
“हमें अपने बच्चों को, समाज को जागृत करना होगा ।तरक्की होनी चाहिए मशीनों के गुलाम बनकर नहीं, अपनी सेहत और कुदरत से खिलवाड़ करके नहीं।”
“आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से नहीं हम अपनी इंटेलिजेंस से तरक्की करेंगे।”
गीति नाटिका के अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा काफिला डांस, तलवार डांस, पीकॉक डांस ,विंग डांस, मॉडलिंग, योगा, रोबोट डांस की बहुत बढ़िया प्रस्तुति की गई।
इस अवसर पर प्राइज़ डिस्ट्रीब्यूशन सेरेमनी में मुख्य अतिथि के द्वारा एकेडेमिक व को करिकुलर एक्टिविटीज़ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को ट्रॉफी व कैश प्राइज देकर सम्मानित किया गया तथा विद्यार्थियो द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम की सराहना की ।
अंत में विद्यार्थियों द्वारा पंजाब का लोक नाच भंगड़ा ‘विरसे दे वारिस’ पेश किया गया जिस पर सभी झूमने लगे।
वोट ऑफ थैंक्स स्कूल की मैनेजर स्वीन पुरी द्वारा दिया गया ।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत के साथ हुआ।