जालंधर, 1 फरवरी (ब्यूरो) : पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने बुधवार को तस्करों से जब्त की गई बड़ी मात्रा में नशीली दवाओं को नष्ट कर दिया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त ने बताया कि नशे के खिलाफ वित्तीय युद्ध के दौरान पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ विभिन्न मामले दर्ज कर भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किए है। उन्होंने कहा कि एन.डी.पी.एस अधिनियम की धारा 52ए के तहत औषधि निपटान समिति द्वारा केस संपत्ति को नष्ट कर दिया जाता है। स्वप्न शर्मा ने बताया कि डीसीपी अंकुर गुप्ता, एडीसीपी आदित्य वारियर और संजय कुमार के नेतृत्व में ड्रग डिस्पोजल कमेटी ने नशीली दवाओं को नष्ट किया।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आज नष्ट किए गए नशीले पदार्थों में 261 किलो पोस्त, 2.9 किलो हेरोइन, 4.5 किलो गांजा और 740 ग्राम नशीला पाउडर शामिल है। जिले से नशाखोरी को खत्म करने के लिए कमिश्नरेट पुलिस की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस इस जघन्य अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है।
स्वपन शर्मा ने कहा कि मानवता के खिलाफ इस अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो कमिश्नरेट पुलिस द्वारा बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि एक तरफ नशे की सप्लाई को रोकने और दूसरी तरफ इसे जड़ से खत्म करने के लिए कमिश्नरेट पुलिस द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्य जोर जालंधर को नशे से मुक्ति सुनिश्चित करने पर है और इस नेक काम के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और इस संकट को खत्म करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
इस बीच स्वपन शर्मा ने नशे के खिलाफ वित्तीय युद्ध में आम लोगों से पूर्ण समर्थन और सहयोग मांगा और कहा कि जालंधर को नशा मुक्त जिला बनाने का मिशन उनके सहयोग के बिना पूरा नहीं किया जा सकता है।