जालंधर 20 फरवरी (ब्यूरो) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नज़दीक लमांपिंड चौंक जालंधर में सामुहिक निशुल्क दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मदिंर परिसर में किया गया।
सर्व प्रथम ब्राह्मणो द्वारा मुख्य यजमान अमन सुक्खा से विधिवत वैदिक रिती अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन ,नवग्रह पूजन उपरांत सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई गई।
मां बगलामुखी के उपासक नवजीत भारद्वाज जी ने सिद्ध मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में हुए दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित प्रभु भक्तों को मनुष्य द्वारा किए गए कर्मों के बारे में विस्तार से समझाते है हुए रामचरित मानस में से चौपाई का अनुसरण करते है हुए कहते है कि ‘कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, जो जस करहिं सो तस फल चाखा।’ जिसमें गोस्वामी तुलसीदास कर्म के महत्व को बता रहे हैं। वे कहते हैं यह जगत, यह विश्व कर्म प्रधान है, जो व्यक्ति जैसा करता है उसे वैसे ही फल की प्राप्ति होती है।
अगर आपने कर्म अच्छा किया है तो उसका शुभ फल आपको हर हाल में मिलेगा लेकिन अगर आपके कर्म बुरे हैं तो उसके बुरे परिणामों से भी आप स्वयं को बचाकर नहीं रख सकते।
कर्मों की गति बहुत ही सूक्ष्म है, जिसे बड़े-बड़े विद्वान भी नहीं समझ पाते। कर्म का सिद्धांत बिना रुके निरंतर कार्य करता है।
इसमें भगवान को देख-रेख करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसलिए भगवान हमारे कर्मों में दखल नहीं देते। सब अपने आप होता है। उनका काम है- विवेक प्रदान करके सही गलत का फर्क जानने का ज्ञान, मार्गदर्शन और शक्ति देना। मनुष्य का संपूर्ण जीवन इसी बात पर आधारित है कि वह जीवन में किस तरह के कर्म करता है।
कर्महीन व्यक्ति के लिये इस जगत में कुछ भी नहीं है। अगर उद्यम नहीं किया गया तो व्यक्ति को कुछ भी हासिल नहीं हो सकता।
कई बार लोग कर्म के सिद्धांत और भगवान के अस्तित्व पर विश्वास करने से कतराते हैं क्योंकि वे देखते हैं कि आज बुरे कर्म करने वाले सुखी और अच्छे कर्म करने वाले दुखी दिखाई देते हैं। पर ऐसा नहीं है। भगवान के घर न तो देर है और न ही अंधेर। अच्छे कर्म का भी फल मिलता है और बुरे कर्म का भी फल मिलता है। दोनों के खाते अलग-अलग हैं। जब तक बैलेंस शीट बराबर नहीं होती, जन्म और मरण का क्रम चलता रहेगा। कर्म सदा पुण्य और पाप के रूप में जमा होता रहता है। जैसे बीज एक खेत में डाल दिया तो फिर उसका फल मिलेगा ही। बीज बोना या न बोना, केवल यही हमारे हाथ में है।
इस अवसर पर अमरेंद्र कुमार शर्मा,वेद प्रकाश, दिनेश चौधरी,राकेश प्रभाकर,सरोज बाला,नरेश,कोमल ,जगदीश डोगरा,इंदू, ऋषभ कालिया, कमलजीत,बलजिंदर सिंह,अभिषेक भनोट, धर्मपालसिंह, अमरजीत सिंह, उदय ,अजीत कुमार , नरेंद्र ,रोहित भाटिया,बावा जोशी,राकेश शर्मा, रिंकू सैनी, अमरेंद्र सिंह,बावा खन्ना, विनोद खन्ना, नवीन , प्रदीप, सुधीर, सुमीत, बावा हलचल ,जोगिंदर सिंह, मनीष शर्मा, डॉ गुप्ता,सुक्खा अमनदीप , अवतार सैनी, परमजीत सिंह, दानिश, रितु, कुमार,गौरी केतन शर्मा,सौरभ ,शंकर, संदीप,रिंकू,प्रदीप वर्मा, गोरव गोयल, मनी ,नरेश,अजय शर्मा,दीपक , किशोर,प्रदीप , प्रवीण,राजू, गुलशन शर्मा,संजीव शर्मा, रोहित भाटिया,मुकेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा, ऐडवोकेट शर्मा,वरुण, नितिश,रोमी, भोला शर्मा,दीलीप, लवली, लक्की, मोहित , विशाल , अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला, भोला शर्मा, जगदीश, नवीन कुमार, निर्मल,अनिल,सागर,दीपक,दसोंधा सिंह, प्रिंस कुमार, पप्पू , दीपक कुमार, नरेंद्र, सौरभ, नरेश,दिक्षित, अनिल, कमल नैयर, अजय,बलदेव सिंह भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।
