जालंधर का यह फ्लाईओवर बना हादसों का कारण, दो दिनों में दो बड़े एक्सीडेंट,पढ़े
जालंधर 27 सितंबर (ब्यूरो) : जालंधर-लुधियाना नेशनल हाईवे पर स्थित चौगिट्टी फ्लाईओवर पर आए दिन कोई न कोई छोटा या बड़ा हादसा होता रहता है। इस फ्लाईओवर पर एक छोटा सा भी हादसा हो जाए तो यहां पर लंबा जाम लग जाता है। क्योंकि फ्लाईओवर का बीच का हिस्सा तो कुछ बड़ा है,लेकिन जब सुच्ची पिंड की और से आए तो उस साइड से फ्लाईओवर छोटा होने के कारण कोई भी छोटा सा हादसा लंबा जाम लगवा देता है। ऐसा ही पीएपी का रेलवे लाइनों के ऊपर का फ्लाईओवर है। वहां भी बहुत छोटा फ्लाईओवर होने के चलते अगर कोई गाड़ी खराब या पंचर भी हो जाती है तो वहां भी लंबा जाम लग जाता है। वहीं आज यह फ्लाईओवर एक बार फिर हादसों का गवाह बना। शुक्रवार को जहां ट्रक के नीचे आने से एक बाइक सवार की मौत हो गई थी, वहीं शनिवार को यहां लगातार इस फ्लाईओवर पर दो सड़क हादसे सामने आए। इनमें आल्टो कार समेत अन्य वाहन क्षतिग्रस्त हुए और कुल 5 लोग घायल हो गए। हालांकि सभी को ज्यादा गंभीर चोटें नहीं आई लेकिन घायल तो हुए है।
पहले हादसे में अज्ञात वाहन ने मारी आल्टो कार को टक्कर
शनिवार सुबह सुची पिंड की साइड से पीएपी की और जाते फ्लाईओवर पर काले रंग की आल्टो कार को पीछे से किसी अज्ञात हैवी व्हीकल ने जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में कार डिवाइडर से टकरा गई। और बीच में अटक गई। गाड़ी के बीच बैठी सवारियों को चोटें आईं जिन्हें इलाज के लिए नज़दीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। कार चालक तारा चंद निवासी सिद्धमत सदी नूरमहल ने बताया कि उन्हें पता ही नहीं चला कि पीछे से किस वाहन ने टक्कर मारी। हादसे में उनकी गाड़ी दोनों ओर से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
दूसरे हादसे में ट्रक और कार की भिड़ंत
वहीं पहले हादसे के कुछ समय के भीतर ही करीब 200 मीटर की दूरी पर सूर्या एंक्लेव के सामने एक और हादसा हुआ। यहां एक ट्रक ने कार को टक्कर मार दी। इस टक्कर में कार का पिछला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर पहुंचे सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) की टीम ने दोनों वाहनों को साइड करवाकर ट्रैफिक को सुचारु ढंग से चलवाया।
कार चालक की पहचान गुरबाज सिंह निवासी पठानकोट और ट्रक चालक की पहचान सुरिंदर सिंह निवासी जम्मू के रूप में हुई। पूछताछ के दौरान ट्रक चालक ने अपनी गलती मानी और मौके पर ही राजीनामा कर लिया।
फ्लाईओवर बना खतरे की जगह
सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) का कहना है कि चौगिट्टी फ्लाईओवर की सबसे बड़ी खामी इसका संकरा होना है। दोनों तरफ से रोड जहां फोर लेन है, वहीं फ्लाईओवर टू लेन है। तेज रफ्तार में आने वाले वाहन अचानक संकरे हिस्से में आते ही नियंत्रण खो बैठते हैं और हादसों का शिकार हो जाते हैं।
SSF के अनुसार पिछले दो महीनों में केवल इसी फ्लाईओवर पर 20 से अधिक सड़क हादसे हो चुके हैं। हर बार हादसे के बाद फ्लाईओवर ब्लॉक हो जाने से शहर की तरफ आने-जाने वाले वाहनों को घंटों जाम में फंसना पड़ता है।


