जालंधर 3 नवम्बर (ब्यूरो) : पिछले कई महीनो से अपनी मांगों को लेकर सरकार से अपील कर रहे कर्मचारियों ने एक बार फिर से कलम छोड़ हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। इस सिलसिले में शुक्रवार सुबह डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन की ओर से गेट रैली की गई। कर्मचारियों का कहना है कि प्रशासन की ओर से उन्हें सिर्फ आश्वासन दिए जा रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।
डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन से सूबा प्रधान तेजेंद्र सिंह नंगल ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर उन्होंने अलग-अलग मंत्रियों के साथ कई बार मीटिंग की है। इसके बावजूद भी उनकी मांगों पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करना, 6th pay कमिशन लागू करना, पूरी तनख्वाह भते समेत कर्मचारियों को देना, ए.सी.पी स्कीम जो बंद कर दी गई थी उसे फिर से लागू किया जाए व केंद्र की 12 प्रतिशत डी ए की किश्तों को जारी कर व पिछली राशि भी जारी करें।
इन सभी मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया। पिछली बार उन्होंने कैबिनेट मंत्री अमन अरोरा और कुलदीप सिंह धालीवाल के साथ इस मुद्दे को लेकर मीटिंग की थी। जिन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। लेकिन अभी तक इस बारे में कोई काम नहीं किया गया। इसलिए पंजाब स्टेट मिनिस्ट्री सर्विस यूनियन से दी गई कॉल के अनुसार 3,6,7 नवंबर को गेट रैली और 8
नवंबर से लेकर 13 नवंबर तक सभी विभागों में कलम छोड़ हड़ताल की जाएगी।
इस मौके पर सूबा प्रधान तेजिंदर सिंह नंगल के साथ नरिंदर सिंह चीमा सूबा जरनल सेक्रेटरी, कुलविंदर सिंह चीमा और सभी कर्मचारी मौजूद रहे।