जालन्धर 7 जनवरी (ब्यूरो) : पंजाब में नई सरकार आने के बाद आज जालंधर के नगर निगम में हाउस की आखिरी बैठक हुई। जिसमें जहां पार्षदों ने मेयर जगदीश राजा और नगर निगम कमिश्नर अभिजीत कपलिश अपनी समस्याएं रखी।
जिस दौरान वहां पर सभी पार्षदों का प्रस्ताव पास किया गया जिस दौरान वहां पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत रखें गए मुलाजिम यूनियन नेता चंदन ग्रेवाल के साथ पहुंचे। लेकिन उनको वहां पर अंदर नहीं जाने दिया गया। जिसके चलते बाहर भारी हंगामा हुआ नगर निगम मुर्दाबाद के नारे भी लगे। कर्मचारियों ने वहां नगर निगम कमिश्नर की गाड़ी के आगे बैठ धरना प्रदर्शन किया। जिसके बाद निगम कमिश्नर को कुछ दूरी तक वहां से पैदल ही जाना पड़ा।
वही मौजूद कर्मचारी संजीव ने बताया कि पिछले करीब 5 महीनों से हमें तनख्वाह नहीं दी गई। हर महीने यही कहा जाता है कि आपको इस तारीख में तनख्वाह दे दी जाएगी लेकिन इसके बावजूद भी हमारी तनख्वाह आज तक नहीं दी गई। जिसके बाद गुस्साए कर्मचारियों ने नगर निगम कमिश्नर की गाड़ी का घेराव कर नारेबाजी की।
इस सब के बाद नगर निगम कमिश्नर अभिजीत कपलिश ने कहा कि यह सब हाउस की मर्यादा के खिलाफ है मीटिंग के दौरान मुझे कई बार संदेश दिया गया की यूनियन नेता चंदन ग्रेवाल आपसे मिलना चाहते हैं। लेकिन हाउस की मीटिंग के चलते मैं मिल नहीं पाया। जिसके बाद उन्होंने बाहर धरना प्रदर्शन किया और साथ ही मेरी गाड़ी के आगे प्रदर्शन किया गया। कमिश्नर ने कहा कि भगवान ने पैर दिए हैं तो पैदल चल सकता हूं। उनकी जो भी मांग है वह बिल्कुल सही है। लेकिन तरीका गलत है। इस मामले में विजिलेंस की जांच चल रही है। लेकिन फिर भी उनकी तनख्वाह देना जरूरी है।