चप्पे चप्पे पर पुलिस के 1100 मुलाजिम तैनात,CCTV कमरों से रहेगी निगरानी, देखें वीडियो
जालंधर 5 सितंबर (ब्यूरो) : पंजाब में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद आज मौसम एकदम से खुल गया है। जिसके चलते आज धूप भी निकली हुई है। वहीं जालंधर में हर वर्ष की तरह इस साल भी श्री सिद्ध बाबा सोढ़ल जी का ऐतिहासिक मेला धूमधाम से शुरू हो रहा है। वैसे यह मेला 6 सितंबर से प्रारंभ है, लेकिन बाबा सोढ़ल जी के भक्तों का आना कई दिन पहले से ही शुरू हो जाता है। लेकिन इस बार बारिश के चलते श्रद्धालु काफी दिनों बाद आने शुरू हुए है। वहीं मंदिर प्रबंधक कमेटी और जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।
पुलिस द्वारा श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था
मेले के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जालंधर पुलिस द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं।
डीसीपी नरेश कुमार डोगरा ने बताया कि इस बार पंजाब पुलिस के कुल 1100 जवानों को मेला स्थल और आसपास के इलाकों में तैनात किया गया है।
सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए निगरानी के लिए मंदिर परिसर के अंदर 30 सीसीटीवी कैमरे और बाहर 30 कैमरे लगाए गए हैं। इस तरह कुल 60 कैमरों से निगरानी की जा रही है। इनका कंट्रोल रूम मंदिर परिसर के बाहर बनाया गया है, जहां से पुलिस लगातार मॉनिटरिंग करेगी।
भीड़ के दौरान जेबकतरे और शरारती तत्वों पर पुलिस की पैनी नज़र
पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मेले में किसी भी तरह की हुल्लड़बाजी जैसी अव्यवस्था को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए सिविल ड्रेस में भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि भीड़ में छिपकर अशांति फैलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई हो सके।
डीसीपी डोगरा ने कहा कि पुलिस विशेष तौर पर उन युवाओं पर अपनी नज़र बनाए रखेगी, जो मेले के रास्ते में हुड़दंग या शरारत करने की कोशिश करेंगे।
मंदिर कमेटी की ओर से श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का विशेष इंतज़ाम
मंदिर की प्रबंधक कमेटी ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यापक इंतज़ाम किए हैं। मेले के दौरान
पेयजल की व्यवस्था
स्वच्छता पर विशेष ध्यान
राहत शिविर और सूचना केंद्र
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग की गई है।
इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर फर्स्ट एड केंद्र और एंबुलेंस सेवा भी मुहैया करवाई है, ताकि कोई ऐसी घटना होती है तो उस स्थिति में तुरंत मदद मिल सके।
डीसीपी की श्रद्धालुओं से अपील
डीसीपी नरेश कुमार डोगरा ने अपील करते हुए कहा है कि वे मेले में आने वाले श्रद्धालु अपने बच्चों का हाथ पकड़कर रखें, ताकि भीड़ के कारण बच्चे कहीं खो न जाएं। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि प्रशासन और पुलिस के साथ सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी दें।
मंदिर और मेले का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व
श्री सिद्ध बाबा सोढ़ल जी का मेला सिर्फ जालंधर ही नहीं, बल्कि पूरे पंजाब और पड़ोसी राज्यों से भी लाखों श्रद्धालु यहां माथा टेकने के लिए आते है। माना जाता है कि बाबा सोढ़ल जी की कृपा से घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। खासकर महिलाएं और बच्चे इस मेले में बड़ी आस्था से शामिल होते हैं।
मेले के रूट पर सजती है कई दुकानें
मेले के दौरान जालंधर और आसपास के क्षेत्रों में व्यापारिक गतिविधियां तेज हो जाती हैं। स्थानीय दुकानदारों से लेकर बाहर से आए व्यापारी तक, सभी के लिए यह मेला आय का बड़ा साधन बनता है। खिलौने, खाने-पीने की वस्तुएं, झूले, कपड़े और धार्मिक सामग्री की दुकानें मेले की रौनक को और बढ़ाती हैं।


