जालंधर 24 अगस्त (ब्यूरो) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौक जालंधर में श्री शनिदेव महाराज जी के निमित्त श्रृंखलाबद्ध सप्ताहिक दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन किया गया।
सर्व प्रथम ब्राह्मणों द्वारा वैदिक रीति अनुसार विधिवत षोढषोपचार पूजन , नवग्रह पूजन , पंचोपचार पूजन उपरांत मुख्य यजमान विक्की शर्मा से सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई।
सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज जी ने दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित प्रभु भक्तों को श्रीमद् भगवद् गीता में कुछ श्लोकों का अर्थात् सहित प्रवचन करते हुए कहा कि महाभारत युद्ध के पहले दिन ही अर्जुन विरोधी पक्ष में भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य और अपने कुटुंब के लोगों को देखकर धनुष-बाण उठाने से मना कर दिया था। वे अपने परिवार के लोगों से युद्ध नहीं करना चाहते थे और सब कुछ छोडक़र संन्यास धारण करने का विचार कर रहे थे। उस समय श्रीकृष्ण ने अर्जुन को धर्म और कर्म का महत्व समझाया था।
श्रीमद् भगवद् गीता के छठे अध्याय के पहले श्लोक में श्रीकृष्ण कहते हैं कि-
*अनाश्रित: कर्मफलं कार्यं कर्म करोति य:।*
*स संन्यासी च योगी च न निरग्निर्न चाक्रिय:।।*
अर्थ- भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा कि जो व्यक्ति कर्मों के फल के बारे में नहीं सोचता है और सिर्फ अपना कत्र्तव्य पूरा करता है। वही संन्यासी और योगी कहलाता है। सिर्फ अग्नि का त्याग करने वाला संन्यासी नहीं कहलाता है और केवल कर्मों का त्याग करने वाला योगी नहीं होता।
नवजीत भारद्वाज जी प्रभु भक्तों को समझाते हुए कहते है कि श्रीमद् भगवद् गीता के पहले अध्याय में अर्जुन सोच रहे थे कि युद्ध भूमि छोडक़र संन्यास धारण करना श्रेष्ठ है। उस समय अर्जुन को ये नहीं मालूम था कि जो व्यक्ति नि:स्वार्थ भाव से कर्म करने वाला कर्म योगी व्यक्ति ही संन्यासी कहलाता है। तब भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कर्मयोगी और संन्यासी के बारे में बताया।
*जितात्मन: प्रशान्तस्य परमात्मा समाहित:।*
*शीतोष्णसुखदु:खेषु तथा मानापमानयो:।।*
अर्थ – भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को समझाते हैं कि जो व्यक्ति स्वयं पर नियंत्रण पा लेता है, उस सुख-दुख और मान-अपमान का असर नहीं होता है। ऐसे लोगों को ही भगवान की कृपा मिलती है। स्वयं पर नियंत्रण पाना यानी क्रोध, लालच, मोह, अहंकार जैसी बुराइयों से दूर रहना। कर्तव्य से न भागना और धर्म के अनुसार कर्म करना ही व्यक्ति का लक्ष्य होना चाहिए।
नवजीत भारद्वाज ने मां बगलामुखी धाम में 25 अगस्त 2024 दिन रविवार को आयोजित होने वाले सम्पूर्ण फलदाई मासिक हवन यज्ञ में सम्मिलित हो कर पुण्य के भागीदार बनने का आवाहन किया।
इस अवसर पर पूनम प्रभाकर,सरोज बाला, अंजू, गुरवीर, कमलजीत, धर्मपाल, अमरजीत सिंह, राकेश प्रभाकर, समीर कपूर, अमरेंद्र कुमार शर्मा, नवदीप, उदय ,अजीत कुमार , नरेंद्र,रोहित भाटिया,नवीन , प्रदीप, मनीष शर्मा, डॉ गुप्ता,सुक्खा ,अमनदीप ,राज कुमार,गौरी केतन ,सौरभ , नरेश,अजय शर्मा,दीपक , किशोर,प्रदीप , प्रवीण,राजू, सोनू छाबड़ा, गुलशन शर्मा,संजीव शर्मा,मुकेश, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह,अमन शर्मा, ऐडवोकेट शर्मा,वरुण, नितिश, भोला शर्मा,दीलीप, लवली, लक्की, रोहित , मोहित , विशाल , अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला, भोला शर्मा, जगदीश, सुनील जग्गी, नवीन कुमार, निर्मल,अनिल,सागर,दीपक, प्रिंस कुमार, पप्पू ठाकुर, बलदेव सिंह भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।