जालन्धर 28 अक्टूबर (दीपू बावा) : जालंधर का डेविएट कॉलेज एक बार फिर विवादों के घेरे में घिर गया।पिछले साल दिसंबर में कॉलेज के कुछ युवको की लड़ाई हुई थी।
जिसके बाद कॉलेज प्रबंधकों द्वारा लड़ाई झगड़ा करने वाले युवकों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया था। जिसमें आज उसी मामले को लेकर एक बार फिर डेविएट कॉलेज विवादों में आ गया।जिसको लेकर आज कॉलेज के स्टूडेंट्स व मृतक शिवम मल्होत्रा
के परिवार वालो ने कॉलेज के खिलाफ डीएवी फ्लाईओवर पर डेविएट के प्रबंधकों के खिलाफ धरना लगाया। क्योंकि उसी झगड़े में एक युवक पर मामला दर्ज करवाने को लेकर उक्त युवक ने आत्महत्या कर ली।
मृतक स्टूडेंट शिवम मल्होत्रा के पिता डॉ जितेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि बीते साल कॉलेज में लड़ाई झगड़ा हुआ था जहां मेरे बेटे शिवम मल्होत्रा का नाम कॉलेज प्रबंधकों द्वारा नाजायज डलवाया गया था जिसमें धारा 307 के तहत पर्चा दर्ज हुआ था। जिसमें शिवम मल्होत्रा काफी डिप्रेशन में रहता था। जिसको लेकर हम कई बार उस समय के कॉलेज के प्रिंसिपल मनोज से मिले। लेकिन उन्होंने हमें हर बार बेइज्जत किया। लेकिन उसके बाद तो मिलने भी नही दिया जाता था। उसके बाद हम कॉलेज के डीन से भी मिले लेकिन उन्होंने भी कभी हमारी बात नही सुनी। जबकि प्रिंसिपल तो यहां तक कहते थे कि मैं तुम्हे बेटो की जिंदगी बर्बाद कर दूंगा। जिसके चलते कल हमारे बेटे ने सल्फास की गोलियां खा कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
वही दूसरी और शिवम की माँ ने बताया कि शिवम पिछले कई दिनों से टेंशन में था जिसको लेकर कई बार पूछा गया तो वह अपने ऊपर हुए दर्ज मामले को लेकर ही बात करता था। इस लड़ाई में शिवम का कोई लेना-देना नहीं था। जब उस वक्त कॉलेज में लड़ाई हो रही थी तब शिवम उस लड़ाई झगड़े को देख वहां से भाग गया था जिसका परिणाम उसको यह मिला। कि उस पर कॉलेज के प्रबंधकों द्वारा 307 का मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस ने बीते दिन जब कोर्ट में चालान पेश किया तो उसमें शिवम के छोटे भाई का भी नाम डाल दिया। जिससे शिवम ज्यादा आहत हुआ और उसने आत्महत्या कर ली।
मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर मेजर सिंह ने बताया कि कल शिवम ने बस्ती बावा खेल इलाके में सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली थी।जिसके बाद उस की डेड बॉडी को कब्जे में लेकर 174 की कार्रवाई की गई थी अभी जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।