जालंधर 1 मार्च (ब्यूरो) :
आज के समय में हर कोई विदेश जाने के लिए तैयार बैठा है। लोग इतना पैसा लगाकर विदेशों में चले जाते हैं। लेकिन वहां जाकर रहना और खाना पीना भी मुश्किल हो जाता है।जिससे बीमारी भी लग सकती है और मौत भी हो सकती है। ऐसा ही एक मामला जालंधर की बस्ती दानिशमंदन से सामने आया है। जहां चंद पैसे कमाने की चाहत और अपने परिवार को संभालने की चाहत बाहर तो ले गई।
लेकिन अब कभी भी घर का चिराग वापस नहीं आ पाएगा। क्योंकि दुबई में गए इस युवक की वहां पर बीमारी के चलते मौत हो गई। पिता का साया तो पहले ही सिर से उठ गया। अब पिता के बाद उसका बेटा भी इस दुनिया से चला गया। विदेश जाने के लिए तो लाखों रुपए खर्च किए थे। लेकिन अब अपने बेटे की लाश को देखने के लिए भी लाखों रुपए की मांग की जा रही है। परिवार में बेटे की मौत की खबर सुन मातम ही छा गया।
25 वर्षीय मृतक गौरव की मां आशा रानी और नानी दर्शना ने बताया कि वह करीब 5 साल पहले किसी एजेंट के जरिए दुबई में गया था। जिस कंपनी में वह काम कर रहा था।उस कंपनी ने पहले ही दिन गौरव का पासपोर्ट अपने पास रख लिया था। जिसके बाद गौरव का कई बार फोन आया तो वह हमेशा यही कहता था कि या ना ही समय पर तनख्वाह मिलती है और ना ही समय पर खाना मिलता है। जिसको लेकर उसने कई बार अपने मालिक को कहा कि मुझे वापस भारत जाना है। अपने परिवार के पास जाना है। लेकिन किसी ने भी उसकी एक बात ना सुनी। करीब 10 से 12 दिन पहले गौरव वहां पर बीमार हो गया जिसके बाद उसे इलाज के लिए वहीं अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उसने हमे फोन कर यह बताया कि अस्पताल में भी उसका इलाज सही ढंग से नहीं किया जा रहा। जिसके चलते बीते कल उसकी मौत हो गई। जिसकी सूचना गौरव के मामा जो दुबई में ही रहते हैं