जालन्धर 2 अप्रैल (रमेश महेन्द्रू) : मंगलवार को जालंधर के गुरुनानक पूरा फाटक पर गेटमैन की समझदारी के चलते बड़ा हादसा होने से टल गया। लोग इतनी जल्दबाजी में रहते है कि फाटक को बंद भी नही होने देते।
आज तकरीबन 2.30 बजे दोपहर गुरु नानक पुरा रेलवे फाटक बी 67 ए पर गेटमैन अगर समझदारी न करता तो बड़ा हादसा हो जाना था। बता दे कि जालन्धर कैंट से 11057 अप दादर एक्सप्रेस गाड़ी छत्रपति शिवाजी जी टर्मिनल से अमृतसर जाने के लिए जालन्धर शहर की ओर आ रही थी । गेटमैन रेलवे फाटक बंद कर रहा था। लेकिन ट्रैफिक अधिक होने के कारण फाटक बंद नहीं हो सका,लोग अपने वाहनों को रोकने की बजाए चलते रहे। जिसके बाद फाटक पर तैनात गेटमैन ने ट्रेन को ही फाटक से पहले रोक दिया, और एक रेल हादसा होने से बच गया।
हालांकि बाद में लोगों ने ही स्वयं सेवक बन कर रेलवे फाटक बंद करवाया। पहले तो जल्दबाजी के चक्कर में एक कार फाटक के बीचों बीच फंस गई। जब कार को निकाल कर रेलवे ट्रैक खाली करवाया गया। तो दो स्कूटर सवार जानबूझकर रेलवे फाटक के बीच आकर रुक गए। जब टेन फाटक से निकली तो वह दोनों स्कूटर सवार फाटक के अन्दर वाली साईड में थे।
गुरु नानक पुरा मेन रोड़ का बी 67 ए रेलवे फाटक आये दिन चर्चा में रहता है। जिसका मुख्य कारण यह है कि जालन्धर की तरफ से पी ए पी फ्लाईओवर की ओर जाने का रास्ता बंद होने के कारण इस रोड़ पर ट्रैफिक काफी बढ़ गया है। जबकि जनता भी आपसी सहयोग के करने की जगह खुद समस्याएं पैदा करते हैं और फिर उन्हें ही मुशकिलों का सामना करना पड़ता है।
सबसे अधिक समस्या यह है कि रेलवे फाटक के बंद होते ही फाटक के दोनों साईड पर खड़े हो जाते है ओर रेलवे फाटक खुलते ही लोग आपस में ही फंस जाते हैं। ट्रैफिक जाम हो जाता है व मुशकिल बढ़ जाती है। यदि लोग गलत दिशा में ना खड़े हो, तो रेलवे फाटक पर ट्रैफिक की समस्या काफी कम हो सकती है। रेलवे व ट्रैफिक पुलिस को चाहिए कि फाटक पर पुलिस कर्मचारी तैनात करें ताकि लोगों को ट्रैफिक से राहत मिल सके।