जालंधर 22 दिसम्बर (ब्यूरो) : मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी के निमित्त माला जाप कर मुख्य यजमानो अमरेंद्र कुमार शर्मा एवं साहिल सेठ से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं ।
इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने उपस्थित मां भक्तो को कहा कि भारत एक दिशा से सौभाग्यशाली है कि वह देवी देवताओं वा ऋषि मुनियों की धरती है। संत महात्माओं के कहे गए वाक्य एवं वाणी लोगों को सही दिशा देने के लिए मार्गदर्शक बन गए हैं। शास्त्रों में कही गई बातों पर ही आदमी आचरण करता रहे तो उसका ना केवल जीवन सफल होता है अपितु वह दूसरों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन जाता है ।
उन्होने कहा कि कि आयु के अनुसार प्राप्त किए ज्ञान से भी वह अपने को विद्वान समझने लगता है । घमंड ही तो आदमी को पतन के गर्त में ले जाता है। अपनी बात को स्पष्ट करते हुए नवजीत ने बताया कि रावण जैसे विद्वानों को भी घमंड ले डूबा घमंड आदमी का ऐसा दुश्मन है कि वह आदमी के गुणों को अवगुणों में बदल देता है। ज्ञान जरूर प्राप्त करना चाहिए पर घमंड से दूर रहना चाहिए।
नवजीत भारद्वाज ने 25 दिसंबर 22 दिन रविवार को मंदिर परिसर में मां बगलामुखी जी के निमित्त सम्पूर्ण फलदाई मासिक श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ में सम्मिलित होने के लिए सभी मां भक्तों को खुला निमंत्रण दिया एवं सनातन समाज की सबसे पुरातन पद्धति हवन यज्ञ से जुड़ने का आवाहन किया।
इस अवसर पर संजीव सोंधी, रविंदर बांसल,प्रिंस कौंडल, राकेश प्रभाकर, मोहित बहल, विक्रम भसीन, बावा खन्ना, समीर कपूर,संजीव शर्मा, अनिल चड्डा, रोहित भाटिया, रोहित मल्होत्ना, गौरव कोहली, लवली रल्हन,बावा जोशी, रोहित बहल, एडवोकेट राज कुमार, गोपाल मालपानी, अशोक शर्मा, विक्र ांत शर्मा, राघव चढ्ढा, मुकेश चौधरी,समीर कपूर, अश्विनी शर्मा, संजीव, संजीव सांविरया, मुनीश शर्मा, यज्ञदत्त, राकी, पंकज,करन वर्मा, राजेश महाजन, मानव शर्मा, राजीव, दिशांत शर्मा,अशोक शर्मा, राकेश,सौरभ मल्होत्ना,हंस राज,दीपु ठाकुर, अभिषेक भनोट, श्याम साहनी, ठाकुर बलदेव सिंह,अभिलक्षय चुघ, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, पंकज, प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया