जालन्धर 13 नवम्बर (राहुल,दीप) : आज के समय में जहां लोगों को अपने घर का खर्चा करना इतना मुश्किल हुआ पड़ा है कि वह सारा दिन मेहनत कर अपने परिवार को पाल रहा है।
👇वीडियो देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें👇
https://facebook.com/193559319841594
जहां आज के समय में अपने माता-पिता को लोग अपने घर में रखने की बजाय आश्रमो में भेज देते हैं। जिस मां-बाप ने सारी जिंदगी अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर अपने पैरों पर खड़ा किया हो, उसी मां-बाप को लोग आज के समय मैं अपने घरों से निकाल देते हैं।
लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो अपने माता-पिता के लिए कुछ ऐसा कर देते हैं कि जिसको देख मां-बाप तो खुश होते ही हैं और हजारों लाखों लोगों की दुआएं भी ऐसे बच्चों को मिलती हैं।
जालंधर के मंडी फेंटनगंज रोड स्थित एक घर है।जहां पर दोपहर 1:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक जरूरतमंद लोगों को ₹5 में देसी घी से बना खाना दिया जाता है। यह सेवा कारोबारी सतीश जैन की और से की जा रही है। यहां रोजाना करीब 4 से 500 लोग खाना खाते हैं।
₹5 के सिक्के से ही मिलता है खाना
जब रोजाना वहां लोग खाना खाने आते हैं।
तो कई बार ऐसा होता है कि किसी के पास ₹5 का सिक्का नहीं होता और उनके पास ₹10 या ₹20 का नोट होता है। जिसको हम छुट्टा करके ₹5 का सिखा देते हैं।वहां पर लगे बॉक्स में जब लोग खाना खाने आते हैं तब वहां लगे एक बॉक्स में वह सिक्का डालना पड़ता है। जिसके बाद उन्हें भरपेट खाना मिलता है।
कारोबारी सतीश जैन के नजदीकी रिश्तेदार राजेंद्र कुमार
ने बताया कि यहां पर ओम आशा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से यह शुरू किया गया है। इसे खोलने का मकसद यह था कि जिन लोगों को खाना नहीं मिलता यहां उन्हें अच्छा खाना नहीं मिलता तो उनके लिए यह ट्रस्ट खोला गया है। यहां पर रोजाना ही अलग-अलग तरह का खाना परोसा जाता है। यह हमारा पायलट प्रोजेक्ट है। जिसे हम धीरे-धीरे और भी आगे बढ़ाएंगे। इसे हम सिविल अस्पताल में भी शुरू करवाएंगे ताकि वहां पर आए जरूरतमंद लोगों को भी यह खाना दिया जा सके।