माया की दुनिया को असली न समझो : नवजीत भारद्वाज

जालंधर 29 सितंबर (ब्यूरो) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ जालंधर के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में श्रृंखलाबद्ध साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमित माला जाप कर आज के मुख्य यजमान राकेश प्रभाकर से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं ।

इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कोई बोले राम राम, कोई खुदा ए, कोई सेवे गोसइयां, कोई अल्लाह ए। मन से माया के पर्दे को हटाओ प्रभु तभी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हम इंसान बाहरी रूप से अलग अलग हैं, ख्यालात व भाषा अलग अलग है, लेकिन सबका ध्येय एक है परमापता परमेश्वर को प्राप्त करना।

जिस जगह पर सत्संग या धार्मिक आयोजन हो रहा है उसमें जाकर आप सत्संग में पिता परमेश्वर के बारे में जानकारी लें, उन्हें अपना मित्र समझो, परमात्मा के रहमो करम से जिंदगी चलना है। जिसने सृष्टि रची है उनके नाम अलग अलग है। कोई अल्लाह, कोई गॉड, कोई राम तो कोई यीशु के नाम से पुकारता है, जब कोई सेवा करता है तो उसी परमपिता का नाम लेकर करता है। सृष्टि में सेवा भाव से जिंदगी गुजारें कोई शरीर से सेवा करता तो कोई दिमाग से सही सेवा वो है जो अपने लिए मदद ना मांग कर दुसरों की मदद करें। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि ब्लड डोनेट करते हैं तो यह पता नहीं होता है कि यह किसके काम आएगा बच्चे के या बूढ़े के। मन में यह ख्यालात आ गया कि अमुक व्यक्ति के लिए ब्लड दे रहे हैं तो शायद उससे हम भी मदद की उम्मीद कर बैठें। लंगर बनाने वाले को यह मालूम नहीं होता कि कौन खाएगा। बस सेवा भाव से लंगर तैयार करता है तांकि कोई उसे खाकर भूख मिटा लेगा। उन्होंने कहा कि हम माया की नगरी में मन इंद्रियों के घाट पर जीते हैं।

 

इसके जरिए दुनिया से इंटरएक्ट करते। उन्होने कहा कि महापुरुषों का कहना है कि यह माया की दुनिया है। इससे आगे भी कुछ और है, माया की दुनिया को असली न समझो। पहले हम जानने की कोशिश करें, जिंदगी का मकसद तभी समझ में आएगा। मन के अंदर जाने का तरीका मालूम नहीं है। इसलिए परमपिता परमेश्वर को बाहर ढूंढ़ते फिरते हैं।
हवन-यज्ञ उपरांत श्री गणेश उत्सव का विधिवत समापन हुआ सभी सेवादारो ने मिल कर ब्यास नदी में गणपति विसर्जन किया गया।

इस अवसर पर राजेश महाजन, समीर कपूर, जसविंदर सिंह,अमरजीत सिंह, केविंन शर्मा,गौरी शर्मा, मनीष कुमार,बावा खन्ना,संजय,बावा जोशी,भानू मल्होत्रा,बावा हलचल, बलदेव राज,विनोद खन्ना, अभिलक्षय चुघ, दिशांत शर्मा,सोनू छाबड़ा, सुनील जग्गी, अशोक शर्मा, हरविंदर सिंह,सौरभ मल्होत्रा,प्रिंस, राकेश, केहर सिंह, प्रदीप शर्मा,ठाकुर बलदेव सिंह,प्रवीण, सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।

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