जालन्धर 14 फरवरी (ब्यूरो) : जालंधर में दो-दो चुनाव सिर पर हैं और लतीफपुरा का मामला सरकार के गले का फांस बनता रहा है। लतीफपुरा में जिन लोगों के घरों को इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने गिराया था।
उन्हें सरकार ने बीच का रास्ता निकालते हुए कालिया कॉलोनी और अमरदास नगर के पीछे के बने बीबी भानी कॉम्प्लेक्स में फ्लैट देने की ऑफर दी थी, लेकिन लोगों ने सरकार के ऑफर को ठुकरा दिया है।आज से लतीफपुरा में सरकार के खिलाफ लोगों ने क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है। लोगों का कहना है कि वह कहीं नहीं जाएंगे। वह वापस लतीफपुरा में ही अपने घर बनाएंगे। उन्हें जो सरकार ने फ्लैट के ऑफर किए थे वह बिल्कुल घटिया किस्म के हैं और इतने तंग हैं कि उनके परिवार उनमें एडजस्ट ही नहीं हो पाएंगे।गांव जाकर करेंगे सरकार के खिलाफ प्रचार लतीफपुरा वासियों के घर गिराए जाने के बाद उनको किसान जत्थेबंदियों और कुछ समाज सेवी संस्थाओं का साथ मिला है। सभी ने बैठक कर निर्णय लिया है कि अब शहर के साथ-साथ गांवों की तरफ भी रुख करेंगे। गांवों में जाकर सरकार के खिलाफ लोगों में प्रचार करेंगे। किसान नेताओं का कहना है कि जब तक सरकार लोगों को वापस लतीफपुरा में ही नहीं बसाती तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। खालसा एड ने लगाकर दिए हैं टेंट 9 दिसंबर को जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने पुलिस और प्रशासन के सहयोग से लतीफपुरा में कब्जा छुड़ाने के लिए लोगों के घरों को तोड़ दिया था। कुछ ऐसे घर भी तोड़ दिए गए जिनकी रजिस्ट्री हुई है और लोगों के पास वहां पर मालिकाना हक है। घर तोड़ दिए जाने के बाद खुले आसमान के नीचे सर्द रातें बिताने वाले लोगों के लिए समाज सेवी संस्था खालसा एड ने सिर ढकने के लिए टेंटों की व्यवस्था की थी। साथ में लंगर का भी प्रबंध किया था।