जालन्धर 1 नवम्बर (ब्यूरो) : अन्नपूर्णा मंदिर में आंवला पूजन का वार्षिक मेला धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज 1 नबम्बर को गोपाष्टमी के अवसर पर अन्नपूर्णा गौ धाम मन्दिर की गौ शाला में गौ माता की पूजा की गई।पूजा पण्डित विष्णु प्रसाद जोशी जी ने करवाई। मंदिर कमेटी के सभी सदस्य इस शुभ अवसर पर उपस्थित थे। आंवला पूजन मेला कई दशकों से इस मन्दिर में मनाया जाता है जिस में भारी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।
आंवला पूजन मेला गोपाष्टमी को आरम्भ हो कर कार्तिक पूर्णिमा तक चलता है। ऐसी मान्यता है कि इन दिनों में आंवले के वृक्ष में भगवान विष्णु के साथ साथ सभी देवी देवताओं का वास होता है। आँवले के वृक्ष के पूजन से इन सभी की पूजा सम्पन्न हो जाती है। इन दिनों में आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन करने से वर्ष भर के अन्न के विकार समाप्त हो जाते हैं। क्योंकि मां अन्नपूर्णा स्वयं भगवती पार्वती का स्वरूप है और सृष्टि की पालनहार है इस लिए इन का पूजन करने से और जोत जलाने से त्रिलोकी के नाथ भगवान शिव और माता पार्वती की अपार अनुकंपा प्राप्त होती है। इस मेले में विशेष तौर पर लोग मन्दिर में नतमस्तक होते हैं। सन्तान के लिए, विवाह के लिए और मकान के लिए मौली, और कलीरे बांध कर तथा ईंटों की कोठियां बनाकर मन्नते मांगते हैं।
2 नवंबर को आंवला नवमी है। इसे अक्षय नवमी भी कहते हैं। अक्षय नवमी को आंवला की पूजा भगवान विष्णु रूप में की जाती है और इस दिन किया हुआ जप , तप, दान अक्षय फल वाला होता है। आज मन्दिर में महिला संकीर्तन मण्डल द्वारा रखे श्री मद्भागवत महापुराण के पाठ का भोग भी डाला गया।
सुनीता टंडन ने मन्दिर प्रांगण में सकीर्तन कर के आई हुई संगत को निहाल कर दिया।
इस अवसर पर प्रधान भारत भूषण ज्योति, महासचिव सुनील ज्योति, पंकज ज्योति विपन उप्पल, राजेश ज्योति, राजेश नोना, राकेश शर्मा, राजेंद्र ज्योति, ललित मित्तल, ईश चोपड़ा, लक्की कपिला, राकेश बाहरी, अरुण कपूर, अरुण जोशी, अश्विनी हांडा, राजेश शर्मा, हितेंद्र कपूर,आदि सदस्य उपस्थित थे।